सरकार की इस स्कीम में निवेश कर पा सकते हैं FD से ज्यादा रिटर्न, जानें इस योजना से जुड़ी खास बातें
Floating Rate Taxable Bond 1 जुलाई 2020 से 31 दिसंबर 2020 के लिए इस स्कीम की ब्याज दर 7.15 फीसद है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सरकार ने इस साल एक जुलाई से फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड्स 2020 (टैक्सेबल) स्कीम की पेशकश की है। सरकार 7.75 परसेंट टैक्सेबल सेविंग बॉन्ड्स के स्थान पर इस स्कीम को लेकर आई है। सरकार ने सात साल की मेच्योरिटी अवधि वाले फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड्स FRSB 2020 (T) की पेशकश की है। यह स्कीम एक जुलाई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। कोई भी भारतीय नागरिक या अविभाजित हिन्दू परिवार इस बॉन्ड में निवेश कर सकता है। इस स्कीम के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ-साथ एक्सिस बैंक, आईडीबीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्राइवेट सेक्टर बैंकों से भी बॉन्ड्स खरीदे जा सकते हैं।
क्या है निवेश की सीमा
टैक्स और इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट बलवंत जैन ने बताया कि कोई भी व्यक्ति इस स्कीम में न्यूनतम 1,000 रुपये का इंवेस्टमेंट कर सकता है। वहीं, सरकार ने इस योजना में निवेश के लिए कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं की है।
कितना मिलेगा रिटर्न
इस स्कीम की ब्याज दर को सरकार ने नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट + 0.35 फीसद से लिंक किया है। जैन ने बताया कि इस स्कीम के तहत ब्याज का निर्धारण हर छह माह के अंतराल पर किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि इस बॉन्ड पर मिलने वाली ब्याज दर का निर्धारण हर साल एक जनवरी और एक जुलाई को किया जाएगा।
अभी मिलेगा इतना ब्याज
जैन ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए सरकार ने NSC पर ब्याज की दर को 6.80 फीसद पर अपरिवर्तित रखा है। इस वजह से 1 जुलाई, 2020 से 31 दिसंबर, 2020 के लिए इस स्कीम की ब्याज दर 7.15 फीसद है। इस योजना में निवेश करने वालों को सरकार छमाही आधार पर ब्याज का भुगतान करेगी।
कितना फायदे का है इस स्कीम में निवेश
जैन ने कहा कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटाए जाने के बाद Bank FD Rates नीचे आए हैं। ऐसे में सुरक्षित रिटर्न प्राप्त करने के लिए कोई भी व्यक्ति इस योजना में इस निवेश के विकल्प को चुन सकता है। उन्होंने कहा कि इस स्कीम में निवेश की सीमा तय नहीं है, जो इसे और आकर्षक बनाती है।