वायदा कारोबार की उठापटक में गिरावट की आशंका
अगले महीने की पांच तारीख को रिजर्व बैंक कर्ज व मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगा। हमारा मानना है कि इससे पहले बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। वैसे भी इस सप्ताह गुरुवार को वायदा बाजार की एक्सपायरी है।
अगले महीने की पांच तारीख को रिजर्व बैंक कर्ज व मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगा। हमारा मानना है कि इससे पहले बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। वैसे भी इस सप्ताह गुरुवार को वायदा बाजार की एक्सपायरी है। कारोबारी अपने सौदे निपटाएंगे। इसके चलते भी बाजार में उठापटक बनी रह सकती है। विदेशी संस्थागत निवेशकों का निवेश अभी भी महत्वपूर्ण बना हुआ है। मार्च में अब तक एफआइआइ 16000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैंं।
कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों में बाजार को बहुत बदलाव की उम्मीद नहीं है। इसके बावजूद सरकार की तरफ से किए जा रहे बुनियादी बदलावों के नतीजे मिलने की उम्मीदों में भारतीय अर्थव्यवस्था अभी आकर्षक बनी हुई है। हमारा मानना है कि सरकार की तरफ से अभी तक जो बुनियादी काम हो रहा है वह एक मजबूत अर्थव्यवस्था की नींव रखने का काम करेगा। इससे तेज और सतत विकास को आधार मिलेगा।
फरवरी के महीने में 156 अरब डॉलर के ऑर्डर इस दिशा में सुधार की तरफ इशारा कर रहे हैं। यह सुधार मूलत: बड़ी परियोजनाओं को अंतिम रूप देने और उनकी टेंर्डंरग की प्रक्रिया शुरू होने से हुआ है।
हालांकि इसमें भी अभी सरकारी कंपनियां ही आगे आई हैं। निजी क्षेत्र की तरफ से अभी भी उदासीनता बनी हुई है। इस शुक्रवार को निफ्टी 50 सूचकांक में ऑरबिंदो फार्मा, भारती इंफ्राटेल, आइशर मोटर्स और टाटा मोटर्स डीवीआर शामिल हो जाएंगे। केयर्न इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और वेदांत निफ्टी से बाहर जा रहे हैं। इस सप्ताह ऑटो कंपनियों के शेयर कारोबारियों के फोकस में रहेंगे। शुक्रवार को ये कंपनियां मार्च महीने की बिक्री के आंकड़े
जारी करेंगी। निवेशकों को कोल इंडिया पर भी नजर रखनी चाहिए क्योंकि शुक्रवार को यह कंपनी भी अपनी डिस्पैच रिपोर्ट जारी करेगी। गुरुवार को तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल के खुदरा दामों की भी समीक्षा करेंगी,
लिहाजा इन कंपनियों के शेयरों पर भी नजर रखनी चाहिए। बुधवार को हेल्थकेयर ग्लोबल एंटरप्राइजेज और शुक्रवार को भारत वायर रोप्स भी स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हो जाएंगे। वैश्विक मोर्चे पर चीन से मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ, जापान से निक्केई मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ, यूरोजोन मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ और अमेरिकी मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ के आंकड़े शुक्रवार को आएंगे। निवेशकों को इन आंकड़ों पर भी नजर रखनी चाहिए क्योंकि ये वैश्विक बाजारों को प्रभावित करते हैं।
संदीप पारवाल
एमडी, एसपीए कैपिटल्स