शेयर बाजार में तेजी रहने की उम्मीद
शेयर बाजार में तेजी रहने की उम्मीद यर बाजार बीते हफ्ते के दौरान एक फीसद बढ़ा। घरेलू स्तर पर कोई खास कारक न होने की वजह से इस हफ्ते बाजार की दिशा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी होने वाले आंकड़ों से तय होगी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने नीतिगत दरों को यथावत
शेयर बाजार बीते हफ्ते के दौरान एक फीसद बढ़ा। घरेलू स्तर पर कोई खास कारक न होने की वजह से इस हफ्ते बाजार की दिशा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी होने वाले आंकड़ों से तय होगी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने नीतिगत दरों को यथावत रखा है। उसके रुख से प्रतीत होता है कि अगले तीन महीनों में भी वह दरों में वृद्धि नहीं करेगा। उम्मीद है कि इस हफ्ते बाजार में तेजी रहेगी।
सरकार ने अगले वित्त वर्ष की पहली छमाही यानी अप्रैल-सितंबर, 2016 के दौरान बाजार से 3.55 लाख करोड़ रुपये कर्ज जुटाने का लक्ष्य रखा है। यह अगले वित्त वर्ष के लिए कुल कर्ज का 59 फीसद है। यह कम बांड आय को समर्थन देगा। अब सभी की नजरें अगले महीने होने वाली रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा पर हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि इसमें केंद्रीय बैंक 0.25 फीसद की कटौती कर सकता है। महंगाई की दर के नीचे होने और औद्योगिक उत्पादन के कमजोर आंकड़ों से इस संभावना को बल मिलता है।
कमोडिटी स्टॉकों में सकारात्मक रफ्तार बने रहने की पूरी उम्मीद है। जिंसों की बढ़ती कीमतों के कारण इनको समर्थन मिलेगा। लेकिन कर्ज में डूबी कुछ मेटल कंपनियों पर दबाव रहेगा। वजह यह है कि बैंक सख्ती के साथ लोन वसूलने के लिए दबाव बना रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस हफ्ते कुछ मुख्य आंकड़े आने वाले हैं। सोमवार को जापान के मैन्यूफैक्र्चंरग से जुड़े आंकड़े आएंगे। इसी दिन अमेरिका में घरों की बिक्री संबंधी डाटा भी जारी होगा। मंगलवार को यूरोजोन से मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ डाटा आएगा। जर्मनी के इकोनॉमिक सेंटिमेंट से जुड़े आंकड़े भी इसी दिन जारी होंगे। बुधवार को अमेरिका से क्रूड ऑयल इंवेंट्री डाटा जारी होगा। गुरुवार को ब्रिटेन के खुदरा बिक्री के आंकड़े आएंगे। शुक्रवार को अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जारी होंगे।
संदीप पारवाल
एमडी, एसपीए कैपिटल्स