दिलचस्प है राकेश झुनझुनवाला की स्टाक ट्रेडिंग कंपनी रेयर इंटरप्राइजेज के नामकरण की कहानी, ऐसे पड़ा नाम
Rakesh Jhunjhunwala stock trading company name story राकेश झुनझुनवाला ने 2003 में अपनी खुद की स्टाक ट्रेडिंग कंपनी बनाई थी। इसका नाम रेयर इंटरप्राइजेज है। कंपनी का नाम रेयर कैसे पड़ा इसकी बेहद दिलचस्प कहानी है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
नई दिल्ली, एजेंसी। 2003 में राकेश झुनझुनवाला ने अपनी खुद की स्टाक ट्रेडिंग फर्म रेयर इंटरप्राइजेज शुरू की। ये फर्म राकेश और उनकी पत्नी रेखा के नाम पर बनी है। इस कंपनी के पहले दो शब्द आरए उनके नाम पर थे। जबकि आरई उनकी पत्नी रेखा के नाम के शुरुआती शब्द हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक रेखा झुनझुनवाला भी एक स्टाक मार्केट इन्वेस्टर हैं। रेखा की भी अपने पति की तरह ही कई कंपनियों में हिस्सेदारी है।
फिल्में भी की थीं प्रोड्यूस
राकेश झुनझुनवाला ने फिल्म क्षेत्र में भी हाथ आजमाए थे। उन्होंने कुछ फिल्मों को प्रोड्यूस भी किया था। उनकी ओर से इंग्लिश विंग्लश, शमिताभ और की एंड का फिल्में प्रोड्यूस की गई थीं।
हाल ही में एविएशन सेक्टर में की थी एंट्री
राकेश झुनझुनवाला ने हाल ही में अकासा एयर के नाम से विमानन कंपनी की शुरुआत की थी। कंपनी में राकेश और रेखा की 45.97 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह निवेश ऐसे समय में किया गया था, जब ज्यादातर विमानन कंपनियां घाटे में चल रहीं हैं। अकासा एयरलांइस ने अपनी उड़ानों के लिए अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग से 72 737मैक्स विमानों को खरीदने का सौदा किया था।
बच्चे के लिए पत्नी ने लिया आइवीएफ का सहारा
22 फरवरी 1987 को उनकी शादी रेखा झुनझुनवाला से हुई थी। शादी के बाद कई वषरें तक राकेश और रेखा को संतान नहीं हुई। बच्चे की चाहत में दोनों ने आइवीएफ का सहारा लिया। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो एक-दो नहीं बल्कि छह बार रेखा ने आइवीएफ के जरिये बच्चे की कोशिश की। शादी के 17 साल बाद 30 जून, 2004 को बेटी निष्ठा का जन्म हुआ। 2009 में राकेश और रेखा के जुड़वा बेटों आर्यमन और आर्यवीर का जन्म हुआ।
शुरू में टाटा के शेयर ने करा दिया जबरदस्त मुनाफा
झुनझुनवाला शुरू से ही खतरा मोल लेने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने अपने भाई के ग्राहकों से बैंक सावधि जमा की तुलना में अधिक रिटर्न देने के वादे के साथ उनसे पैसे उधार लिए। 1986 में उन्होंने अपना पहला महत्वपूर्ण लाभ तब कमाया जब उन्होंने 43 रुपये में टाटा टी के 5,000 शेयर खरीदे और तीन महीने के भीतर स्टाक बढ़कर 143 रुपये हो गया। उन्होंने तीन साल में 20-25 लाख कमाए।
ऐसे बने शेयर मार्केट के बिग बुल
झुनझुनवाला को जिस कंपनी ने बिग बुल बनाया, वह थी टाटा की टाइटन। दरअसल, झुनझुनवाला ने साल 2003 में टाटा समूह की कंपनी टाइटन में पैसा लगाया था। उस वक्त उन्होंने महज तीन रुपये के हिसाब से टाइटन के छह करोड़ शेयर खरीद लिए थे। आज उनकी इस कंपनी में 5.05 प्रतिशत हिस्सेदारी है और जिसकी वैल्यू 11,000 करोड़ रुपये है।
कई कंपनियों के निदेशक मंडल में थे शामिल
जिन कंपनियों में राकेश का निवेश है, उसमें स्टार हेल्थ, टाइटन, रैलीज इंडिया, एस्कार्ट्स, केनरा बैंक, इंडियन होटल्स कंपनी, एग्रो टेक फूड्स, नजारा टेक्नोलाजीज, टाटा मोटर्स और मेट्रो ब्रांड्स प्रमुख हैं। राकेश मौजूदा समय में हंगामा मीडिया और एप्टेक के चेयरमैन थे। इतना ही नहीं वायसराय होटल्स, कानकार्ड बायोटेक, प्रोवोग इंडिया और जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज जैसी फर्मो के निदेशक मंडल थे।
...जब कजरा रे गाने पर झूमने लगे व्हीलचेयर पर बैठे राकेश झुनझुनवाला
राकेश झुनझुनवाला का उनका एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह बंटी और बबली के 'कजरा रे' गाने पर दिल खोलकर नाचते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में व्हीलचेयर पर बैठे राकेश झुनझुनवाला को अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ जमकर थिरकते हुए देखा जा सकता है। कांग्रेस नेता संजय निरुपम इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखते हैं, 'राकेश झुनझुनवाला की दोनों किडनियां खराब हो गई थीं। वे डायरलिसिस पर थे। उनका यह वीडियो मौत को बौना बता रहा है। बस, जिंदगी जीने की जिद होनी चाहिए।'