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Health Insurance का चयन करते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान, होगा फायदा

Health Insurance ग्राहक को स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में मौजूदा बीमारी कवर हो रही है या नहीं। PC Pixabay

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 04:02 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 07:30 PM (IST)
Health Insurance का चयन करते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान, होगा फायदा
Health Insurance का चयन करते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान, होगा फायदा

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में स्वास्थ्य बीमा हर किसी की प्राथमिक जरूरतों में शामिल हो गया है। विशेषकर सीनियर सिटीजंस के लिए तो स्वास्थ्य बीमा की आवश्यकता होती ही है। तेजी से बढ़ता स्वास्थ्य खर्च किसी को भी आर्थिक संकट की ओर ढ़केल सकता है। इस आकस्मिक आपदा से बचने के लिए स्वास्थ्य बीमा जरूरी है। बाजार में कई सारी कंपनियां विभिन्न प्रकार के स्वास्थ बीमाओं की पेशकश कर रही हैं, लेकिन स्वास्थ्य बीमा लेते समय ग्राहक को कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि वे बातें क्या हैं। 

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कवर हो मौजूदा बीमारी

ग्राहक को स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में मौजूदा बीमारी कवर हो रही है या नहीं। कुछ कंपनियां तो अपनी पॉलिसीज में बीमाधारक की मौजूदा बीमारी को कवर करती है और कुछ नहीं करती। हमेशा उस बीमा योजना का चुनाव करना अच्छा होता है, जो ग्राहक की मौजूदा बीमारी को कवर करती हो और जिसमें कम वेटिंग पीरियड हो।

को-पेमेंट क्लॉज

को-पेमेंट वह राशि होती है, जिसका भुगतान स्वयं पॉलिसीधारक को बीमित सेवाओं के लिए करना होता है। यह राशि पहले से तय होती है। सीनियर सिटीजंस के लिए बाजार में उपबल्ध अधिकांश बीमा पॉलिसीज को-पेमेंट की शर्त के साथ ही आती हैं। ऐसे में ग्राहक को वह बीमा पॉलिसी चुननी चाहिए, जिसमें उसे कम से कम को-पमेंट देना पड़े। इसके अलावा ग्राहक को-पमेंट की शर्त को हटाने का विकल्प भी चुन सकते हैं। इसके लिए ग्राहक को अतिरिक्त प्रीमियम देना होता है।

क्लेम की राशि हो अधिक

बीमा पॉलिसी में गंभीर बीमारी के लिए क्लेम की राशि अधिक होनी चाहिए। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में कुछ गंभीर बीमारियों पर क्लेम की राशि अपेक्षाकृत कम होती है। ग्राहक को बीमा पॉलिसी लेने से पहले इस बारे में पता कर लेना चाहिए। इसके लिए ग्राहक को गंभीर बीमारी की कवर लिस्ट सहित सभी दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।

भुगतान की लिमिट

ग्राहक के लिए हमेशा ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसीज चुनना बेहतर साबित होता है, जो अस्पताल में भर्ती होने के बाद का पूरा खर्च कवर करे। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में एक सीमा के बाद कमरे या आईसीयू का भुगतान पॉलिसीधारक को स्वयं ही करना पड़ता है। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले ग्राहक को इस बारे में जान लेना चाहिए

एक साथ प्रीमियम जमा कराने पर छूट

बाजार में उपलब्ध कई बीमा पॉलिसीज में अधिकतम पॉलिसी टर्म पर एकमुश्त  प्रीमियम जमा कराने पर छूट दी जाती है। पॉलिसी टर्म अधिकतम तीन साल का हो सकता है। ग्राहक एक साथ प्रीमियम जमा कर इस छूट का लाभ ले सकते हैं।


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