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LIC पॉलिसी खरीदने का तरीका बदलेगा, जानिए ग्रा‍हकों के लिए क्‍या खास कर रही कंपनी

LIC IPO news कंपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए अलग डिजिटल वर्टिकल बनाने की योजना बना रही है जिससे बाजार हिस्‍सेदारी बढ़ेगी। LIC की बाजार हिस्सेदारी प्रीमियम आय के मामले में 68.05% से गिरकर 61.4% हो गई है।

By Ashish DeepEdited By: Published: Tue, 22 Feb 2022 12:42 PM (IST)Updated: Tue, 22 Feb 2022 03:49 PM (IST)
LIC पॉलिसी खरीदने का तरीका बदलेगा, जानिए ग्रा‍हकों के लिए क्‍या खास कर रही कंपनी
कंपनी Sebi के पास निर्गम संबंधी विवरण पुस्तिका जमा करा चुकी है। (Pti)

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी Life Insurance corp (एलआईसी) मार्च में अपना IPO लॉन्‍च कर रही है। इस IPO को लेकर निेवेशकों में काफी उत्‍साह है। कंपनी के चेयरमैन एमआर कुमार का कहना है कि बीमा कंपनी रूस-यूक्रेन तनाव से उपजी स्थिति पर नजर बनाए है, लेकिन मार्च में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को सूचीबद्ध कराने को लेकर काफी गंभीर है। 

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यही नहीं कंपनी ने अपने एजेंटों पर निर्भरता को कम करते हुए बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए एक अलग डिजिटल वर्टिकल बनाने की योजना बनाई है। कुमार ने कहा कि हम चाहते हैं कि एक पूरा वर्टिकल हो, जो डिजिटल हो। यह हमारे मौजूदा ऑनलाइन चैनल की समीक्षा और नवीनीकरण करने की हमारी योजना के अलावा होगा। LIC की बाजार हिस्सेदारी प्रीमियम आय के मामले में 68.05% से गिरकर 61.4% हो गई है। 55 वर्षीय सरकारी बीमा कंपनी ने जून 2020 से निजी जीवन बीमा कंपनियों की तुलना में बाजार हिस्सेदारी में लगभग 13 प्रतिशत अंक गंवाए हैं।

रूस-यूक्रेन तनाव का असर शेयर बाजार पर

उल्लेखनीय है कि रूस-यूक्रेन तनाव का असर शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के रूप में दिख रहा है। अगले महीने अपना आईपीओ लाने की तैयारी में जुटी एलआईसी भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) के पास निर्गम संबंधी विवरण पुस्तिका जमा करा चुकी है।

अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ

यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है, जिसके जरिये बिक्री पेशकश के माध्यम से सरकार की 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 63,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्रस्ताव है।

15,342 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे

डिपोजिटरी आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने 1 फरवरी से 18 फरवरी के बीच 15,342 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर और 3,629 करोड़ रुपये मूल्य के बांड बेचे। जबकि इस दौरान उन्होंने 115 करोड़ रुपये का निवेश किया कुमार ने कहा कि बीमा कंपनियों के मुनाफे की तुलना किसी विनिर्माण फर्म के साथ नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि दोनों व्यवसायों की प्रकृति एकदम अलग है।


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