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LIC ने ग्राहकों को दी बड़ी राहत, अब 30 नवंबर तक अपनी बंद पॉलिसी करवा सकते हैं चालू

LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) ने उन पॉलिसी धारकों को बड़ी राहत दी है जो अपना प्रीमियम दो साल से अधिक समय से नहीं भर रहे थे और जिनकी पॉलिसी लैप्‍स्‍ड हो गई थी।

By Manish MishraEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 02:42 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 09:13 AM (IST)
LIC ने ग्राहकों को दी बड़ी राहत, अब 30 नवंबर तक अपनी बंद पॉलिसी करवा सकते हैं चालू
LIC ने ग्राहकों को दी बड़ी राहत, अब 30 नवंबर तक अपनी बंद पॉलिसी करवा सकते हैं चालू

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने उन पॉलिसी धारकों को बड़ी राहत दी है जो अपना प्रीमियम दो साल से अधिक समय सेे नहीं भर रहे थे और जिनकी पॉलिसी लैप्‍स्‍ड हो गई थी। LIC के अनुसार, जिन ग्राहकों ने दो साल से अपना प्रीमियम नहीं भरा है और जिनकी पॉलिसी लैप्‍स हो गई है, अब वे भी अपनी पॉलिसी को फिर से चालू करवा सकते हैं। भारतीय जीवन बीमा निगम ने अपने बयान में कहा है कि वैसी पॉलिसियां जिन्‍हें लैप्‍स्‍ड हुए दो साल से अधिक हो चुके हैं और जिन्‍हें रिवाइव करवाने की अनुमति पहले नहीं थी, उन्‍हें अब चालू करवाया जा सकता है। LIC ने इसके ि‍लिए 30 नवंबर 2019 की समयसीमा तय की है ताकि अधिकतम ग्राहक इसका लाभ उठा सकें। 

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1 जनवरी 2014 से प्रभाव में आए IRDAI प्रोडक्‍ट रेगुलेशन 2013 के अनुसार, जिस तय तारीख को पॉलिसी धारक प्रीमियम नहीं भरते हैं उसके दो साल तक वे अपनी पॉलिसी फिर से चालू करवा सकते थे। इससे पहले, वैसी सभी पॉलिसियां जो दो साल से अधिक समय से प्रीमियम न देने के कारण लैप्‍स्‍ड हो चुकी हैं, उन्‍हें दो साल बाद फिर से चालू नहीं करवाया जा सकता था। 

जीवन बीमा कवर का फायदा लगातार बनाए रखने के लिए LIC ने IRDAI से संपर्क किया और वैसे ग्राहक जिन्‍होंने 1 जनवरी 2014 के बाद पॉलिसी ली है उनके लिए पॉलिसी को चालू करवाने की अवधि दो साल से अधिक कर दी है। भारतीय जीवन बीमा निगम ने कहा है कि जिन पॉलिसी धारकों ने 1 जनवरी 2014 के बाद अपनी पॉलिसी ली है वे अपनी नॉन-लिंक्‍ड पॉलिसी भुगतान न किए गए पहले प्रीमियम की तारीख से पांच साल के भीतर और यूलिप के मामले में तीन साल के भीतर अपनी पॉलिसी फिर से शुरू करवा सकते हैं। इसकी आखिरी तारीख 30 नवंबर है।

एलआईसी के प्रबंध निदेशक विपिन आनंद ने कहा था कि कई ऐसे उदाहरण देखने को मिले हैं कि कोई पॉलिसी धारक प्रीमियम का पेमेंट करने में अक्षम रहा है और इस कारण पॉलिसी लैप्‍स हो गई। यह हमेशा ही एक अच्‍छी बात है कि लोग अपनी पुरानी पॉलिसी को फिर से चालू करवाएं न कि पुरानी पॉलिसी को छोड़कर नई पॉलिसी लें। 


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