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सावधि जमा के साथ सेवानिवृत्ति की योजना क्यों बनानी चाहिए

सावधि जमा दो तरह के होते हैं संचयी और गैर संचयी। यदि आप सेवानिवृत्ति के बाद के लिए निवेश कर रहे हैं तो आप संचयी सावधि जमा का विकल्प चुन सकते हैं

By Praveen DwivediEdited By: Published: Sun, 27 Jan 2019 02:28 PM (IST)Updated: Sun, 28 Apr 2019 02:21 PM (IST)
सावधि जमा के साथ सेवानिवृत्ति की योजना क्यों बनानी चाहिए
सावधि जमा के साथ सेवानिवृत्ति की योजना क्यों बनानी चाहिए

सावधि जमा का विकल्प बैंक या एनबीएफसी देते हैं जिसके तहत वे तय परिपक्वता अवधि तक बचत खाते के मुकाबले ज्यादा ब्याज दर की पेशकश करते हैं। सावधि जमा, किसी भी पोर्टफोलियो का महत्ववपूर्ण अंग क्यों है, विशेष तौर पर तब जबकि आपका लक्ष्य अपनी सेवानिवृत्ति के बाद की अवधि को सुरक्षित रखना हो, तो उसकी ये वजहें हैं:

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सुनिश्चित मुनाफा: सुनिश्चित जमा, अपने निवेश पोर्टफोलियो को नियंत्रित करने का अच्छा तरीका हो सकता है। इसके तहत तय राशि मिलती है जिसमें कोई अनिश्चितता शामिल नहीं होती है। मार्केट लिंक्ड निवेश योजनाओं के विपरीत सावधि जमा योजना पर इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता कि बाज़ार का प्रदर्शन कैसा है। जब आप सावधि जमा में निवेश करते हैं तो शुरुआत में ही पूरी अवधि की ब्याज दर तय हो जाती है।

जरूरत के हिसाब से निवेश की सुविधा: सावधि जमा दो तरह के होते हैं: संचयी और गैर संचयी। यदि आप सेवानिवृत्ति के बाद के लिए निवेश कर रहे हैं तो आप संचयी सावधि जमा का विकल्प चुन सकते हैं। जब आप लम्बी अवधि का चुनाव करते हैं और संचयी ब्याज का विकल्प चुनते हैं तो आपको चक्रवृद्धि ब्याज (कंपाउन्डिंग) का फायदा होता है और आपका कोष बेहतर ब्याज दर के साथ बढ़ता जाता है।

सेवा निवृत्त होने पर आप गैर-संचयी सावधि जमा का विकल्प चुन सकते हैं और अपनी जरूरत के मुताबिक मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर भुगतान का फायदा उठा सकते हैं। गैर संचयी सुनिश्चित जमा के साथ आप सेवानिवृत्ति के बाद स्थिर आय के स्रोत की उम्मीद कर सकते हैं।

निवेश पर बंदिशों का बोझ नहीं: सावधि जमा में निवेश के लिए आपको पहले बड़ी राशि की बचत करने की जरूरत नहीं है। न्यूनतम निवेश की राशि कम है और आप यह तय कर सकते हैं कि कितने दिनों के लिए निवेश करना चाहते हैं। इसका अर्थ है कि आप कुछ महीनों से लेकर 10 वर्ष से अधिक (यदि सावधि जमा आपकी सेवानिवृत्ति योजना का प्रमुख हिस्सा है तो) तक की अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं।

सावधि जमा पर कर्ज लेना संभव: यदि अचानक पैसे की दरकार हो तो आपको अपनी बचत को भुनाने की जरूरत नहीं है। बजाय इसके, आपक अपनी सावधि जमा को गिरवी रखकर कर्ज ले सकते हैं। ये कर्ज सुलभ होते हैं और इससे सुनिश्चित होता है कि आपका निवेश सुरक्षित है और आपकी नकदी की आकस्मिक ज़रुरत भी पूरी हो रही है। इन लाभों से स्पष्ट है कि सावधि जमा सेवानिवृत्ति को सुरक्षित करने का बेहतर तरीका क्यों है। इसके अलावा यदि आप सेवानिवृत्ति के बाद निवेश करते हैं तो ज्यादा ब्याज दर भी मिलेगी। साथ ही आरबीआइ की मौजूदा नीतियों के कारण सावधि जमा पर ब्याज दर बढ़ी है जिससे यह सही समय है कि आप सावधि जमा का फायदा उठाएं और अपने भविष्य को सुरक्षित करें।

(इस लेख के लेखक सचिन सिक्का है, जो कि बजाज फाइनेंस लिमिटेड के रिटेल व सीएसआर डिपार्टमेंट के प्रमुख हैं)


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