टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगा आपका नुकसान
Term Insurance Plan टर्म प्लान के बारे में पता करने या खरीदने से पहले यह समझना बहुत जरूरी है कि आप वास्तव में पॉलिसी से चाहते क्या हैं। (PC pixabay.com)
नई दिल्ली, संतोष अग्रवाल। क्या आप टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान खरीदने के बारे में सोच रहे हैं? कोई फैसला लेने से पहले, यह जरूर जान लें कि एक इंश्योरेंस प्लान आपके और परिवार के लिए कितना फायदेमंद होगा। एक हालिया सर्वे के मुताबिक, अधिकांश लोग टैक्स बचाने और डेथ बेनिफिट के लिए टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान खरीदते हैं। इसमे कोई शक नहीं कि टर्म लाइफ इंश्योरेंस टैक्स बचाने का एक बेहतर जरिया है। और यह आपके परिवार के भविष्य को भी सुरक्षित करता है। आपके जाने के बाद टर्म लाइफ इंश्योरेंस आपके परिवार की देखभाल करता है। यह मुश्किल समय में आपके परिवार को वित्तीय मदद प्रदान करता है। हम सभी के लिए यह समझना जरूरी है कि लाइफ इंश्योरेंस एक भरोसे का बंधन है।
टर्म प्लान के बारे में पता करने या खरीदने से पहले, यह समझना बहुत जरूरी है कि आप वास्तव में पॉलिसी से चाहते क्या हैं। याद रखें, लाइफ इंश्योरेंस एक ज़रूरी वित्तीय उत्पाद है, इसलिए फैसला करते समय आपक कोई गलती नहीं करन चाहेंगे। आपकी मदद करने के लिए, यहां कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये हैं, जिन पर आपको टर्म लाइफ इंश्योरेंस खरीदते वक्त ध्यान देना चाहिए।
सही सम एश्योर्ड कैलकुलेट करें
मुझे कितनी राशि के टर्म लाइफ इंश्योरेंस की जरूरत है? यह हर उस व्यक्ति के सामने आने वाला सवाल है, जो टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के बारे में सोचता है। इसके लिए एक मूल नियम है, आपकी पॉलिसी का डेथ बेनिफिट आपके वार्षिक वेतन का 7 से 15-20 गुना तक होना चाहिए। लेकिन किसी भी अन्य मूल नियम की तरह, यह हमेशा एकदम सही नहीं होता है। यहां यह महत्वपूर्ण है कि आप इंश्योरेंस कंपनी से जरूर पूछें कि आपकी सम एश्योर्ड राशि पर विचार करने के लिए किन बातों पर ध्यान दिया जाएगा। इंश्योरेंस कंपनी द्वारा बताई गई हर बात पर कभी भी पूरा भरोसा न करें। यह सुनिश्चित करें कि कंपनी जो तर्क दे रही है, वह आपको ठीक लग रही है या नहीं। आपको कितने सम एश्योर्ड की जरूरत है, इसका पता लगाने का एक अन्य रास्ता भी है। आप यह सोचें कि अपनी गैर-मौजूदगी में आप अपने जीवनसाथी या परिवार की देखभाल के लिए कितनी आमदनी चाहते हैं।
उचित पॉलसी टर्म चुनें
सम एश्योर्ड का फैसला कर लेने के बाद, अगला बड़ा कदम यह तय करना होगा कि आपको कितने समय के लिए इश्योंरेंस की जरूरत है। यदि आप चाहते हैं कि आपकी आमदनी ना होने के बाद भी आपका जीवनसाथी बच्चों को कॉलेज भेजे और आपका परिवार आरामदायक जीवन का लुत्फ उठाता रहे, तो टर्म इंश्योरेंस उस अवधि तक के लिए खरीदें जब तक आपको यह लगता है कि आप काम करते रहेंगे या पैसे कमाते रहेंगे। उदाहरण के लिए, यदि आप 65 वर्ष की उम्र तक काम करने की सोच रहे हैं, तो आप ऐसा कवर खरीदें जो आपको तब तक कवर प्रदान करे। यदि आप 70 वर्ष की उम्र तक काम करना चाहते हैं, तो आपको ऐसा प्लान खरीदना चाहिए जो 70 वर्ष तक आपको कवर देता रहे। हमेशा अपनी इंश्योरेंस कंपनी के साथ अपनी परिस्थितियों और योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करें। इससे उचित कवरेज का पता लगाने में आपको बेहतर मदद मिल सकेगी। अगर आप, वसीयत के बारे में सोच रहे हैं और अपने कानूनी उत्तराधिकारी के लिए कुछ छोड़कर जाना चाहते हैं, तो आपको संपूर्ण टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान में निवेश करना चाहिए। यह प्लान आपको 99 वर्ष और इससे अधिक तक कवर प्रदान करते हैं।
पे-आउट ऑप्शन के बारे में सोच लें
शुरुआत में, लाइफ इंश्योरेंस को सबसे सरल वित्तीय उत्पाद माना जाता था क्योंकि यह बीमाधारक की मृत्यु पर उनके लाभार्थियों को एकमुश्त रकम का भुगतान करता था। हालांकि, अब चीजें काफी बदल चुकी हैं। इंश्योरेंस कंपनियों ने भुगतान के लिए कई विकल्प देने शुरू कर दिए हैं। इनका उद्देश्य लाभार्थियों को उनके फायदे के अनुसार विभिन्न विकल्पों के जरिये सम एश्योर्ड प्रदान करना है। नियमित एकमुश्त भुगतान योजना के अलावा, लाभार्थी अलग-अलग भुगतान योजना यानि पे-आउट का विकल्प भी चुन सकते हैं। वह अपनी विशेष जरूरत और आवश्यकता के अनुसार भी प्लान को कस्टमाइज़ कर सकते हैं।
विभिन्न विकल्पों ने टर्म प्लान भुगतान को समझना और अधिक आसान बना दिया है। उन आश्रितों के लिए, जो बड़े आर्थिक फैसले नहीं ले सकते, उनके लिए किश्तों में भुगतान का विकल्प बेहतर है। किश्तों में भुगतान के विकल्प में लाभार्थी को कुल सम एश्योर्ड का कुछ हिस्सा या प्रतिशत एकमुश्त राशि के रूप में प्राप्त होता है और शेष राशि पूर्व-निर्धारित अवधि में मासिक भुगतान के रूप में प्रदान की जाती है। सामान्य तौर पर यह अवधि 15-20 साल के लिए होती है।
(लेखिका पॉलिसीबाजार डॉट कॉम में लाइफ इंश्योरेंस की चीफ बिजनेस ऑफिसर हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)