लोन के जाल में ऐसे फंसाते हैं फ्रॉड, इन 6 तरीकों से समझें कर्ज देने वाला संस्थान सही है या नहीं
Personal Loan Fraud व्यवसाय में नुकसान वेतन में कटौती और ऋण चुकाने जैसे अल्पकालिक संकट से निपटने के लिए भोले-भाले लोगों ने फर्जी लोन प्रपोजल की ओर रुख किया जिससे भारत में पर्सनल लोन धोखाधड़ी में वृद्धि हुई।
नई दिल्ली, फाखरी सरजन। हाल ही में आए महामारी के दौरान विभिन्न प्रकार की आर्थिक धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ोतरी देखी गयी। इस दौरान सबसे ज्यादा मामले कर्ज संबंधी धोखाधड़ी के देखे गए, जब लोगों को मेडिकल बिल अदा करने के लिए और बाकी जरूरतों के लिए पैसों की जरुरत थी। डिजिटल और तकनीकी प्रगति वित्तीय सेवा क्षेत्र के लिए एक वरदान साबित हो रही है, मगर उसमें कई चुनौतियां भी होती हैं, जिन्हें कई बार आम आदमी पहचान भी नहीं सकता, तो ऐसे खतरों से सुरक्षित रहना तो दूर की बात है। डिजिटल तकनीक का दुरुपयोग करते हुए, धोखेबाज अपनी पहचान छुपाकर, खुद को वैध कंपनी जताकर, वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करके लोगों के खाते हैक करते हैं। कोविड-19 महामारी, जो सभी के लिए बिलकुल नयी थी, वह ऐसे जालसाजों के लिए मानो सुनहरा मौका बनकर आई। विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए लोग तैयार नहीं थे जिसकी वजह से कई लोग अधिक असुरक्षित हो गए। जालसाजों ने इस स्थिति का फायदा उठाते हुए बिना किसी दस्तावेज के आसान और तत्काल कर्ज देने लुभावने ऑफर दिए।
व्यवसाय में नुकसान, वेतन में कटौती, और ऋण चुकाने जैसे अल्पकालिक संकट से निपटने के लिए, भोले-भाले लोगों ने ऐसे फर्जी लोन प्रपोजल की ओर रुख किया, जिससे भारत में पर्सनल लोन धोखाधड़ी में वृद्धि हुई। जो लोग कर्ज लेना चाहते है उन्हें घोटालों के बारे में पता होना चाहिए। और ऐसी धोखाधड़ी और किसी भी वित्तीय नुकसान और मानसिक परेशानी से खुद को कैसे बचाएं, यह हमें पहचानना और सीखना होगा।
लोन स्कैम का पता लगाने के तरीके
एडवांस रिफंडेबल धन की मांग - ऋण धोखाधड़ी की सबसे बड़ी निशानी - यदि कोई संस्था आपसे आसान ऋण प्रदान करने के लिए रिफंडेबल प्रोसेसिंग शुल्क, जीएसटी शुल्क, बीमा शुल्क की मांग करता है, तो बस दूर रहें! कोई भी वैध या अधिकृत वित्तीय संस्थान कर्ज देने से पहले आपसे कभी भी कोई अग्रिम राशि की मांग नहीं करेगा। यदि कोई प्रोसेसिंग शुल्क शामिल है, तो इसे आपके खाते में जमा होने से पहले कर्ज की राशि में समायोजित किया जाएगा।
आवश्यकता की भावना पैदा करना - ऋणदाता द्वारा तत्काल कार्रवाई कर, निर्णय लेने का दबाव व्यक्तिगत ऋण धोखाधड़ी का एक और संकेत है। वास्तविक कर्जदाता और वास्तविक कंपनियां सीमित अवधि की पेशकश नहीं करती हैं और वे व्यक्ति को निर्णय लेने के लिए पर्याप्त समय देती हैं।
कंपनी का अपरिचित नाम - लोगों के लिए यह अनिवार्य है कि वे आधिकारिक वेबसाइटों के माध्यम से लोन की पेशकश करने वाली कंपनी की पहचान की जांच करें या नजदीकी शाखाओं में जाकर यह सुनिश्चित करें कि वे धोखाधड़ी के जाल में तो नही फंस रहे है। लोन ऑफ़र से संबंधित विज्ञापन पर अपने गोपनीय वित्तीय और व्यक्तिगत विवरण साझा करने से पहले हमेशा कंपनी की साख के बारे में गहन शोध करें, जिन्हें आप अपने फेसबुक पेज, यूट्यूब पेज या यहां तक कि अपने स्थानीय समाचार पत्रों के विज्ञापनों में देख सकते हैं।
अवांछित संपर्क - जालसाज एसएमएस, ईमेल, व्हाट्सएप संदेश भी भेजते हैं और लोगों को बिना ब्याज कर्ज के माध्यम से नकदी की तत्काल उपलब्धता की पेशकश करने वाले कॉल करते हैं। इस तरह के ईमेल और संदेश आपको विश्वास दिला सकते हैं कि आपको बिना किसी मानदंड को पूरा किए गारंटीड कर्ज मिलेगा। जालसाज आपके पैसे को चुराने के लिए आपकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी निकालने के मकसद से यह सब करता है। वे आपको अपनी शातिर योजनाओं में फंसाने के लिए प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधि होने का दावा भी कर सकते हैं। लेकिन यह हमेशा याद रखना सबसे अच्छा है, कि कोई भी अधिकृत संस्था आपको कॉल नहीं करेगी या ऋण प्रस्तावों के बहाने आपके गोपनीय वित्तीय और व्यक्तिगत विवरण एकत्र करने के लिए आपको अवांछित संदेश नहीं भेजेगी।
गारंटीड लोन अप्रूवल - आपको किसी भी ऐसे लोन विज्ञापन से दूर चाहिए जिसमें 'लोन अप्रूवल गारंटीड' लिखा हो। गारंटीड ऋण जैसी कोई चीज नहीं है। ऋण स्वीकृति आपके क्रेडिट इतिहास और आपकी जानकारी के सत्यापन सहित कई मुद्दों पर निर्भर करती है।
साथ ही, हर किसी को ऐसे ऋण जालसाजी का शिकार हो जाने पर किये जाने वाले विभिन्न उपायों के बारे में हमेशा अवगत रहना चाहिए -
- कभी भी घबराएं नहीं और न ही ऐसे कपटपूर्ण परिदृश्यों को अनदेखा करें
- शिकायत दर्ज करते समय सहायक प्रमाण के रूप में प्रस्तुत करने के लिए अपने संदेशों और पत्राचार का दस्तावेजीकरण करें
- ग्राहक अपना मोबाईल नंबर/पहचान दस्तावेज/पता दर्शानेवाले दस्तावेज सोशल मिडिया पर या किसी भी वेबसाईट पर साझा न करे क्योंकि इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है.
- मामले की रिपोर्ट संबंधित बैंक या वित्तीय संस्थान को करें
- साइबर अपराध की वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर शिकायत दर्ज करें या उनकी 24x7 हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल करें (जो पहले 155260 था)
- आप एफआईआर दर्ज करने के लिए अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में भी संपर्क करें
हमेशा सतर्क रहें और धोखाधड़ी के बढ़ते चलन से अवगत रहें और अपने अनुभव अपने दोस्तों, परिवार और समाज के साथ साझा करें ताकि दूसरों की भी मदद की जा सके, ऋण के लिए आवेदन करते समय सावधान रहें। किसी भी वित्तीय लेनदेन के मामले में हमेशा प्रतिष्ठित और वैध वित्तीय संस्थानों के साथ ही व्यवहार करें।
(लेखक बजाज फाइनेंस के चीफ रिस्क ऑफिसर हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)