एमएसएमई सेक्टर के लिए दोगुना आवंटन, पिछले साल के 7,572.20 करोड़ के मुकाबले 15,700 करोड़ का आवंटन
सरकार ने सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के लिए आवंटन दोगुना करने का प्रस्ताव किया है। इसके लिए एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिए 15700 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। वित्त मंत्री ने 2021-22 का बजट पेश करते हुए यह घोषणा की।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के लिए आवंटन दोगुना करने का प्रस्ताव किया है। इसके लिए एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के लिए 15,700 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2021-22 का बजट पेश करते हुए यह घोषणा की। उन्होंने कहा, 'हमने एमएसएमई सेक्टर की मदद की लिए कई कदम उठाए हैं। इस बजट में मैंने इस सेक्टर के लिए 15,700 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए हैं जो इस साल के बजट अनुमान के दोगुने से भी ज्यादा हैं।'
2020-21 के बजट में वित्त मंत्री ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के लिए 7,572.20 करोड़ रुपये का आवंटन किया था। लेकिन कोरोना के कारण बदली परिस्थितियों में 31 मार्च को समाप्त हो रहे वित्त वर्ष के लिए इसे संशोधित कर 5,664.22 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
बजट दस्तावेजों के एक विश्लेषण के मुताबिक, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) और अन्य ऋण सहायता योजनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है जिसे 2020-21 के बजट अनुमान के 2,800 करोड़ रुपये से बढ़ाकर अगले वित्त वर्ष के लिए 12,499.70 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
Steelbird कंपनी के एमडी राजीव कपूर ने कहा है कि सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के निर्णय से अधिक रोजगार का सृजन होगा। उन्होंने कहा है कि इसे कई क्षेत्रों में फंड्स का प्रवाह भी बढ़ेगा। कपूर ने कहा कि बजट के नए प्रावधानों के चलते इस वर्ष अर्थव्यवस्था में निश्चित रूप से वृद्धि देखने को मिलेगी। हालांकि, उन्होंने हेलमेट पर जीएसटी दर में कमी लाने की अपनी मांग दोहरायी है।