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Rail Budget 2022: रेलवे की झोली में आम बजट से क्या आएगा खास, 10 बुलेट प्वाइंट में समझिए पूरी बात

Budget 2022-23 for Railway भारतीय रेलवे के बजट में इस वर्ष के बजटीय आवंटन में उल्लेखनीय वृद्धि देखने की उम्मीद है। सेमी हाईस्पीड ट्रेनों की शुरूआत से लेकर रेल नेटवर्क के विद्युतीकरण तक आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलने की संभावना है।

By Sarveshwar PathakEdited By: Published: Tue, 01 Feb 2022 08:56 AM (IST)Updated: Tue, 01 Feb 2022 10:04 AM (IST)
Rail Budget 2022: रेलवे की झोली में आम बजट से क्या आएगा खास, 10 बुलेट प्वाइंट में समझिए पूरी बात
करीब ढ़ाई लाख करोड़ का हो सकता है रेल बजट 2022

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। व‍ित्‍त मंत्री न‍िर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) आज 1 फरवरी को कुछ ही घंटों बाद संसद में आम बजट (Union Budget 2022) पेश करेंगी। कोरोना महामारी के बीच आ रहे इस बजट से रेल बजट (Rail Budget 2022) को काफी उम्मीदें हैं। उम्मीद है कि सरकार रेलवे के बजट में 15 से 20 फीसदी का इजाफा करेगी। करीब ढ़ाई लाख करोड़ का रेल बजट 2022 (Rail Budget 2022) हो सकता है, तो आइए फटाफट 10 बुलेट प्वाइंट में जानते हैं कि इस आम बजट 2022 (Budget 2022-23) से रेलवे के की झोली में क्या-क्या आ सकता है? 

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रेल बजट से उम्मीद (budget 2022 expectations for railways)

  1. नई दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन का भी ऐलान किया जा सकता है।
  2. रेलवे स्टेशनों के विकास को मिल सकती है रफ्तार।
  3. शुरू हो सकती हैं 50 से अधिक नई सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें।
  4. दिल्ली रेलवे स्टेशन से बोझ कम करने और रेल परिचालन बेहतर करने के लिए कई स्टेशनों को विकसित करने की योजना।
  5. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की तैयारी। 
  6. सरकार की तरफ से इस बार 10 नई ट्रेनों को चलाने की घोषणा हो सकती है।
  7. सरकार मेट्रो शहरों के रेल संपर्क को तेज करने की योजना पर भी काम कर रही है।
  8. नेशनल रेल प्‍लान में 2030 तक 100 प्रत‍िशत विद्युतीकरण का लक्ष्‍य।
  9. भारतीय रेलवे की 2030 तक कार्बन उत्सर्जन शून्य करने योजना।
  10. चुनावी राज्यों और मेट्रो सिटी के रेल संपर्क को चुस्त करने लक्ष्य।

इनके अलावा परियोजनाओं के लिए, रेल मंत्रालय ने दिसंबर 2023 तक अपने नेटवर्क के 100 फीसदी विद्युतीकरण को दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता गलियारों को 160 किमी प्रति घंटे तक अपग्रेड करने और गोल्डन क्वाड्रिलेटरल मार्गों पर समपारों को समाप्त करने का भी लक्ष्य रखा है। विजन 2024 की परियोजनाओं के तहत, दशक के उत्तरार्ध में, नए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और हाई स्पीड पैसेंजर कॉरिडोर को चालू करने के अलावा, भीड़भाड़ वाले मार्गों के मल्टीट्रैकिंग और सिग्नलिंग अपग्रेडेशन का लक्ष्य रखा गया है।


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