देश के छोटे व्यापारियों के लिए जल्द आ रहा है E-Commerce प्लेटफॉर्म, सात करोड़ व्यापारियों को होगा फायदा
मौजूदा कोरोना वायरस संकट में भारत के टियर 2 और 3 शहरों की आबादी जो इन किराना स्टोर्स पर अत्यधिक निर्भर थी उसे अब चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। छोटे किराना स्टोर्स के लिए जल्द ही एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म आ सकता है, जिससे वे ऑनलाइन ऑर्डर ले सकते हैं। डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) और स्मॉल रिटेलर्स ग्रुप कंफेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) साथ मिलकर एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की स्थापना कर रहे हैं। यह प्लेटफॉर्म लोकल किराना स्टोर्स द्वारा ऑनलाइन ऑर्डर लेने और सामान को ग्राहक तक पहुंचाने में मदद करेगा।
सीएआईटी द्वारा जारी एक मीडिया रिलीज में संगठन ने कहा कि डीपीआईआईटी और सीएआईटी के अलावा इस मार्केट प्लेस के दूसरे प्रमोटर्स स्टार्टअप इंडिया, इन्वेस्ट इंडिया, अखिल भारतीय उपभोक्ता उत्पाद वितरक संगठन और एवन कैपिटल है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रिलीज में कहा गया है कि ई-कॉमर्स पोर्टल देश के सात करोड़ व्यापारियों के लिए होगा।
रिलीज में कहा गया कि घरेलू व्यापार क्षेत्रों के सभी निर्माता, वितरक, थोक विक्रेता और खुदरा विक्रेता व उपभोक्ता इस ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का अभिन्न हिस्सा होंगे। रिलीज में कहा गया, 'मौजूदा कोरोना वायरस संकट में भारत के टियर 2 और 3 शहरों की आबादी, जो इन किराना स्टोर्स पर अत्यधिक निर्भर थी, उसे अब चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति से निपटने के लिए डीपीआईआईटी और सीएआईटी राष्ट्रीय ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस पर काम कर रहा है। यह प्लेटफॉर्म सिर्फ मौजूदा संकट से निपटने के लिए नहीं है, बल्कि देश की संपूर्ण व्यापार समुदाय के मौजूदा बिजनेस को डिजिटल करने का एक स्थायी प्लेटफॉर्म है।'
इकोनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल के हवाले से कहा है कि ई-कॉमर्स नेशनल मार्केटप्लेस की कल्पना और डिजाइन पहले से ही की हुई है और इसने मौजूदा कोरना वायरस महामारी के संकट में विभिन्न शहरों में आवश्यक सामानों की सप्लाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।