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बैंक में जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट खोलने से पहले ये 10 बड़ी बातें जरूर जान लें

बीएसबीडी जीरो बैलेंस अकाउंट को खोलने के लिए किसी भी प्रकार की शुरुआती जमा की अनिवार्यता नहीं होती है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Thu, 06 Dec 2018 10:40 PM (IST)Updated: Fri, 07 Dec 2018 09:40 AM (IST)
बैंक में जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट खोलने से पहले ये 10 बड़ी बातें जरूर जान लें
बैंक में जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट खोलने से पहले ये 10 बड़ी बातें जरूर जान लें
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट (बीएसबीडीए) की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए एक विज्ञापन प्रसारित करवा रहा है। बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट (बीएसबीडी) एक जीरो बैलेंस अकाउंट है जिसमें ग्राहकों को खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है।

मुख्य रुप से समाज के गरीब वर्ग के लिए शुरू किए गए इस विशेष अकाउंट में जीरो बैलेंस की फैसिलिटी के साथ ही बीएसबीडीए में फ्री-डेबिट-कम-एटीएम कार्ड और पासबुक की सुविधा बिना किसी शुल्क के दी जाती है। हालांकि इस खाते से निकासी सीमित होती है जैसा कि आरबीआई ने निर्देशित किया है।

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जीरो बैलेंस फैसिलिटी सुविधा देने वाले बेसिक सेविंग बैक डिपॉजिट अकाउंट से जुड़ी 10 बड़ी बातें जो आपको जाननी चाहिए:

  • आरबीआई के मुताबिक बीएसबीडी जीरो बैलेंस अकाउंट होल्डर संबंधित बैंक में किसी अन्य सेविंग अकाउंट को खोलने के पात्र नहीं होते हैं। अगर ग्राहक का बैंक में पहले से ही कोई सेविंग अकाउंट है तो उसे बीएसबीडीए अकाउंट खोलने के 30 दिनों के भीतर पुराने सेविंग अकाउंट को बंद करवाना होता है। वह उसी बैंक में कोई अन्य सेविंग अकाउंट नहीं रख सकता है।
  • हालांकि एक ही बैंक में बीएसबीडी जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट के साथ टर्म/फिक्स्ड डिपॉजिट, रेकरिंग डिपॉजिट अकाउंट की सुविधा ली जा सकती है। यह जानकारी आरबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
  • बीएसबीडी जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट पर मिलने वाली फ्री सर्विसेज में नकदी की जमा एवं निकासी और इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट चैनल के माध्यम से नकदी के रसीद/क्रेडिट या फिर बैंक के साथ साथ एटीएम के माध्यम से चेक जमा/संग्रहण शामिल है।
  • बीएसबीडी जीरो बैलेंस अकाउंट को खोलने के लिए किसी भी प्रकार की शुरुआती जमा की अनिवार्यता नहीं होती है।
  • बैंक बीएसबीडी धारकों के लिए निर्धारित की तुलना में अधिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वतंत्र हैं। हालांकि न्यूनतम निर्धारित सीमाओं से परे सेवाओं को देने का निर्णय बैंकों के विवेकाधिकार पर छोड़ा गया है।
  • अगर बीएसबीडीए ग्राहकों ने चार से अधिक निकासी कर ली हैं और अतिरिक्त लागत पर चेक बुक के लिए अनुरोध करता है, तो उसका बीएसबीडी खाता समाप्त हो जाएगा।
  • सेंट्रल बैंक ने बताया कि हालांकि अगर बैंक कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाता है और निर्धारित सीमा से अधिक सुविधाएं बीएसबीडी जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट पर बिना मिनिमम बैलेंस के देता है तो ऐसे खाते को बीएसबीडीए के रुप में वर्गीकृत किया जाता है।
  • एटीएम के जरिए बैलेंस की जानकारी को एटीएम के जरिए होने वाली 4 मुफ्त निकासी में शामिल नहीं किया जाएगा।
  • बीएसबीडी जीरो बैलेंस अकाउंट होल्डर्स को आरबीआई के निर्देशों के मुताबिक मुफ्त में पासबुक सुविधा की पेशकश की जानी चाहिए।
  • आरबीआई के मुताबिक एक सामान्य सेविंग बैंक अकाउंट को बीएसबीडी जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में बदला जा सकता है। इसके लिए ग्राहक को लिखित में आवेदन करना होता है। उन्हें बीएसबीडीए में उपलब्ध सेवाओं की सुविधाओं और सीमाओं के बारे में सूचित किया जाना चाहिए।

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