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4 महीने के उच्चतम स्तर पर थोक महंगाई, अक्टूबर में 5.28 फीसद रहा WPI

खुदरा महंगाई के मोर्चे पर राहत मिलने के बाद थोक महंगाई के आंकड़ों ने निराश किया है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 11:47 AM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 09:25 AM (IST)
4 महीने के उच्चतम स्तर पर थोक महंगाई, अक्टूबर में 5.28 फीसद रहा WPI
4 महीने के उच्चतम स्तर पर थोक महंगाई, अक्टूबर में 5.28 फीसद रहा WPI

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। खुदरा महंगाई के मोर्चे पर राहत जरूर मिली, लेकिन थोक महंगाई ने निराश किया। थोक महंगाई के 5 फीसद पर रहने का अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन अक्टूबर महीने में थोक महंगाई दर 5.28 फीसद रही है। गौरतलब है कि सितंबर महीने में थोक महंगाई दर 5.13 फीसद रही थी।

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मासिक आधार पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से जुड़ी महंगाई दर 4.49 फीसद रही जो कि इससे पिछले महीने 0.6 फीसद रही थी। वहीं प्राइमरी आर्टिकल से जुड़ी महंगाई दर घटकर 1.79 फीसद पर आ गई जो कि पिछले महीने 2.97 फीसद पर थी। खाद्य महंगाई दर 0.64 फीसद रही जो कि पिछले महीने 0.14 फीसद रही थी। फ्यूल से जुड़ी महंगाई दर 18.4 फीसद रही जबकि पिछले महीने यह 16.6 फीसद रही थी। 

खाने पीने की चीजों से जुड़ी महंगाई दर: मासिक आधार पर अक्टूबर में सब्जियों की थोक महंगाई दर -3.83 फीसद के मुकाबले -18.65 फीसद, अंडों और मांस की थोक महंगाई दर -0.52 फीसद के मुकाबले -0.59 फीसदी और दालों की थोक महंगाई दर -18.14 फीसद के मुकाबले -13.92 फीसद रही है। वहीं आलू की थोक महंगाई दर 80.13 फीसद से बढ़कर 93.65 फीसद और प्याज की थोक महंगाई दर -25.23 फीसद के मुकाबले -31.69 फीसद रही है।

बीते महीनों का हाल: सितंबर महीने में थोक महंगाई दर 5.13 फीसद रही थी। जून में थोक महंगाई दर बढ़कर 5.77 फीसद हो गई थी जो मोदी सरकार के कार्यकाल का सबसे सर्वोच्च स्तर रहा। बीते साल जुलाई (2017) में थोक महंगाई दर 1.9 फीसद रही थी।  

थोक महंगाई ने दी राहत: अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) 3.31 फीसद पर रही। सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) 3.77 फीसद रही थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने सोमवार को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए थे। अक्टूबर महीने के लिए सीपीआई का यह आंकड़ा अर्थशास्त्रियों के 3.67 फीसद के अनुमान से काफी कम हैं और यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मध्यम अवधि के लक्ष्य के दायरे में है।


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