रिटेल महंगाई के बाद थोक महंगाई के मोर्चे पर राहत, मई महीने में WPI 2.17 फीसद
साल 2017 के मई महीने के दौरान थोक महंगाई दर में गिरावट देखने को मिली है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। रिटेल महंगाई के बाद थोक महंगाई के मोर्चे पर भी राहत की खबर आई है। साल 2017 के मई महीने के दौरान थोक महंगाई (डब्ल्यूपीआई) दर घटकर 2.17 फीसद रही है, जबकि बीते महीने (अप्रैल) महंगाई दर 3.85 फीसद रही थी। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने थोक महंगाई दर का आधार वर्ष बदलकर 2011-12 कर दिया है, इससे पहले 2004-05 को ही आधार मानकर आंकड़े जारी किए जाते थे।
दिसंबर 2016 के बाद का सबसे निचला स्तर:
जानकारी के मुताबिक मई महीने में थोक महंगाई दर दिसंबर 2016 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर रही है। आपको बता दें कि इससे पहले जारी हुए आकंड़ों में रिटेल महंगाई पांच साल के निचले स्तर पर पहुंच गई थी।
प्राइमरी आर्टिकल से जुड़ी महंगाई:
मई महीने के दौरान प्राइमरी आर्टिकल से जुड़ी महंगाई दर (-1.79) फीसद रही जबकि अप्रैल महीने के दौरान यह 1.82 फीसद रही थी।
फ्यूल से जुड़ी महंगाई:
मई महीने में फ्यूल और पावर सेक्टर से जुड़ी महंगाई दर में भी गिरावट दर्ज की गई है। मई में यह 11.69 फीसद रही है जो कि अप्रैल में 18.5 फीसद रही थी।
मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट से जुड़ी महंगाई:
मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स से जुड़ी महंगाई दर 2.55 फीसद रही है जो कि अप्रैल महीने के दौरान 2.66 फीसद रही थी।
फूड इन्फ्लेशन:
वहीं अप्रैल महीने के दौरान फूड इन्फ्लेशन में भी कमी देखने को मिली है। अप्रैल महीने में फूड इन्फ्लेशन (-2.27) फीसद रही है जो कि अप्रैल महीने में 1.16 फीसद रही थी। इस दौरान अनाजों से जुड़ी महंगाई दर 6.88 फीसद से घटकर 4.15 फीसद पर आ गई है। वहीं, धान 8.29 फीसद से घटकर 6.33 फीसद और गेहूं की महंगाई दर 6.09 फीसद से घटकर 2.23 फीसद हो गई है। दालों की थोक कीमतों की बात करें तो यह (-13.64) फीसद से घटकर (-19.73) फीसदी पर आ गई है।