Q4 में विप्रो का मुनाफा 38 फीसद तक बढ़ा, 10500 करोड़ के शेयर बॉयबैक को भी दी मंजूरी
2018-19 के पूरे वित्त वर्ष की बात करें तो विप्रो के नेट प्रॉफिट में 12.6 फीसद की तेजी देखने को मिली है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। प्रमुख आईटी सेवा प्रदाता कंपनी विप्रो ने बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के नतीजे जारी कर दिए हैं। मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्राफिट 38.4 फीसद बढ़कर 2,493.9 करोड़ रुपये हो गया। वहीं कंपनी ने 10,500 करोड़ रुपये के बायबैक प्रोग्राम की भी घोषणा की है।
बेंगलुरु की कंपनी ने जनवरी-मार्च 2018 की तिमाही में 1,800.8 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था। कंपनी ने यह जानकारी बीएसई फाइलिंग में दी है। चौथी तिमाही में विप्रो का रेवेन्यू करीब 8.9 फीसद बढ़कर 15,006.3 करोड़ रुपये हो गया, जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में यह 13,768.6 करोड़ रुपये रहा था।
अगर वर्ष 2018-19 के पूरे वित्त वर्ष की बात करें तो विप्रो के नेट प्रॉफिट में 12.6 फीसद की तेजी देखने को मिली। इस तेजी के साथ कंपनी का नेट प्रॉफिट 9,017.9 करोड़ रुपये रहा। जबकि रेवेन्यू ऑपरेशन से प्राप्त आय 7.5 फीसद इजाफे के साथ 58,584.5 करोड़ रुपये रही है।
फाइलिंग में आगे कहा गया कि इसके साथ ही विप्रो के बोर्ड ने 10,500 करोड़ के बायबैक प्लान को भी मंजूरी दे दी है, जिसके अंतर्गत कंपनी 325 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 32.3 करोड़ शेयर्स का बॉयबैक करेगी।