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CIBIL Rank और Company Credit Report क्या है? लोन के लिए MSMEs कैसे उठा सकते हैं इसका फायदा

कंपनी का पिछला पेमेंट पैटर्न उसके भविष्य के व्यवहार का एक मजबूत सूचक होता है जो ऋणदाताओं को बिजनेस लोन की स्वीकृति के समय सही निर्णय लेने में मदद करता है।

By NiteshEdited By: Published: Tue, 17 Dec 2019 03:52 PM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 02:39 PM (IST)
CIBIL Rank और Company Credit Report क्या है? लोन के लिए MSMEs कैसे उठा सकते हैं इसका फायदा
CIBIL Rank और Company Credit Report क्या है? लोन के लिए MSMEs कैसे उठा सकते हैं इसका फायदा

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MSME सेक्टर आज तेजी से आगे बढ़ रहा है और देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस सेक्टर को आगे बढ़ाने में सरकार की अहम भूमिका है। वित्तीय समावेशन की दिशा में सरकार के प्रयासों की वजह से देश में MSME की संख्या में वृद्धि हो रही है। नए MSME पल्स रिपोर्ट (SIDBI और TransUnion CIBIL द्वारा एक त्रैमासिक प्रकाशन) से पता चलता है कि साल-दर- साल (YOY) कमर्शियल क्रेडिट ग्रोथ मार्च 2019 तिमाही में 12.4% बढ़ी है।

माइक्रो सेगमेंट में 19.8% के साथ सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है जबकि SME सेगमेंट 15.6% बढ़ा है। इस वृद्धि के बावजूद, MSME को ऋण प्राप्त करने में अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जैसे:-

1. कर्ज के लिए उच्च ब्याज दर का होना

2. समय सीमा के भीतर अतिरिक्त संपाश्र्विक (कोलैटरल) की आवश्यकता

3. व्यक्तिगत गारंटी के लिए कर्जदाता की अतिरिक्त मांग

4. दीर्घकालिक लक्ष्यों, विविध व्यवसायों और मजबूत वित्तीय संरचनाओं के साथ छोटे व्यवसायों से बड़े उद्यमों की तरह प्रदर्शित करने की उम्मीद करना MSME की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया को आसान बनाने में CIBIL Rank और Company Credit Report महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। CIBIL Rank और CCR के बारे में हर MSME को ज्ञान होना चाहिए।

यह क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी TransUnion CIBIL का एक प्रोडक्ट है। इसे सही से मेंटेन रखने पर कंपनी की क्रेडिट प्रोफाइल अच्छी होती है। Company Credit Report का काम लोन से संबंधित भुगतानों और कंपनी के क्रेडिट इतिहास के रिकॉर्ड को इकट्ठा करना है। CIBIL Rank, CCR(Company Credit Report) को एक नंबर के जरिए बताता है। इसे 1 से लेकर 10 तक के पैमाने के आधार पर मापा जाता है, जहां 1 रैंक को सबसे बेहतर रैंक माना जाता है। ये रिकॉर्ड ऋणदाता, बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और अन्य ऋणदाताओं

द्वारा CIBIL में जमा किया जाता है। कंपनी का पिछला पेमेंट पैटर्न उसके भविष्य के व्यवहार का एक मजबूत सूचक होता है, जो ऋणदाताओं को बिजनेस लोन की स्वीकृति के समय सही निर्णय लेने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि CIBIL रैंक कैसे लोन प्राप्त करने में लाभदायक है

1. 4 और 1 के बीच CIBIL रैंक प्राप्त करने वाले MSME को कुछ ऋणदाता ब्याज के रेफरेंशियल रेट्स ऑफर करते हैं। ब्याज की इन कम दरों के साथ MSME को लॉन्ग टर्म रिवॉर्ड मिल सकता है, जो बढ़ते नकदी भंडार में तब्दील हो जाएगा।

2. ऋणदाता कंपनी की CIBIL रैंक के आधार पर तेजी से निर्णय ले सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अच्छे CIBIL रैंक की वजह से टर्न अराउंड टाइम (TAT) में उल्लेखनीय कमी आती है, जिससे ऋणदाता MSME को जल्द ऋण स्वीकृति दे देता है।

3. कंपनी की रैंक 1 नंबर के जितना करीब होगी, ऋण प्राप्त करने की संभावना उतना ही बेहतर होगी। वास्तव में सभी कंपनियों में से 70 फीसदी कंपनियों को इसलिए ऋण के लिए स्वीकृति मिल जाती है, क्योंकि इनकी CIBIL रैंक 1 और 4 के बीच होती है। बतौर MSME यदि आपको लोन लेना है तो आपको CIBIL Rank और CCR पर ध्यान देना चाहिए। यह आपकी कंपनी की क्रेडिट प्रोफाइल है जो बताती है कि कर्ज वापस करने में पहले आपका रवैया कैसा रहा है। इसकी मदद से आप कंपनी की क्रेडिट प्रोफाइल को बेहतर कर सकते हैं।

अब सवाल यह उठता है कि एक MSME अच्छे CIBIL Rank और CCR के लिए क्या कर सकता है? यदि आपको अपना CIBIL Rank अच्छे से मेंटेन करना है तो कुछ बातों पर आपको ध्यान देना होगा जैसे:-

1. क्रेडिट अवधि के भीतर या अंतिम देय तिथि से पहले सभी लेनदारों को ऋण का भुगतान कर देना चाहिए। इससे वित्तीय स्थिरता का पता चलता है।

2. इस बात का ध्यान दें कि आपके पेमेंट में किसी भी तरह का डिफॉल्ट तो नहीं है। क्योंकि एक भी डिफॉल्ट का मामला आपकी कंपनी की CIBIL Rank को नीचे ला सकता है और इससे भविष्य में बिजनेस लोन प्राप्त करने में दिक्कत आ सकती है।

3. क्रेडिट सीमा के विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग की तरजीह दी जानी चाहिए। अपने बिजनेस के लिए ऋण उतना ही लें जितनी आवश्यकता है, ताकि आप आसानी से इसे चुका सकें। यदि आप कंपनी की क्रेडिट सीमा बढ़ाएंगे तो पेमेंट मिस होने की संभावना बढ़ सकती है। इसके अलावा बार-बार पेमेंट डिफॉल्ट हो सकता है और CIBIL Rank नीचे आ सकती है।

अगर MSME उपरोक्त बातों पर ध्यान देते हैं तो ऋणदाता उनकी जरूरत को समझते हुए लोन प्राप्त करने में रिआयत दे सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि CIBIL Rank और CCR के माध्यम से एक ऋणदाता MSME को लोन देने का फैसला कैसे लेता है। दरअसल ऋणदाताओं के पास MSME के भुगतान संबंधित रवैये के बारे में पूरी और स्पष्ट जानकारी होती है। यह जानकारी उन्हें CIBIL से मिलती है। इसके जरिए वह कर्ज लेने वालों का कुशलतापूर्वक और निष्पक्ष तरीके से मूल्यांकन करते हैं। बतौर MSME अगर आपकी CIBIL Rank और CCR अच्छी है, तो ऋणदाता लोन की स्वीकृति जल्दी दे सकता है।

अंत में हम यही कहेंगे कि बिजनेस के विस्तार के लिए MSME को लोन की जरूरत होती है। ऐसे में MSME को CIBIL Rank और CCR पर जरूर ध्यान देना चाहिए। अगर CIBIL Rank और CCR अच्छी होगी तो ऋणदाता लोन स्वीकृति के समय आपको वरीयता दे सकता है। यही नहीं, कम ब्याज दर पर लोन भी प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए MSME होने के नाते आपको अपनी CIBIL Rank और CCR को नियमित रूप से चेक करते रहना चाहिए, ताकि जरूरत के हिसाब से आपका लोन हमेशा तैयार रहे।

और जानने के लिए यहां क्लिक करें ।

(लेखक- शक्ति सिंह) 

*This article is in partnership with JNM iCell.


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