Google की हिस्सेदारी लेने की रिपोर्ट्स पर Vodafone Idea ने कहा, बोर्ड के सामने अभी कोई प्रस्ताव नहीं
वोडाफोन आइडिया ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन और भारत के आदित्य बिड़ला ग्रुप की संयुक्त कंपनी है। यह इन दिनों गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। वोडाफोन-आइडिया में गूगल की 5 फीसद हिस्सेदारी लेने की खबरों के बीच शुक्रवार को वोडाफोन आइडिया ने कहा कि वह लगातार विभिन्न अवसरों का मूल्यांकन कर रही है, लेकिन अभी तक फर्म के बोर्ड के समक्ष कोई प्रस्ताव नहीं रखा गया है। दरअसल, वोडाफोन आइडिया की ओर से BSE को यह स्पष्टीकरण तब दिया गया है जब ऐसी रिपोर्ट आई है कि गूगल वोडोफोन आइडिया में 5 फीसद हिस्सेदारी लेने पर विचार कर रही है।
वोडाफोन आइडिया ने शुक्रवार को कहा, 'कॉर्पोरेट रणनीति के हिस्से के रूप में कंपनी लगातार स्टेकहोल्डर के वैल्यू को बढ़ाने के लिए विभिन्न अवसरों का मूल्यांकन कर रही है। अगर ऐसे प्रस्तावों को कंपनी के निदेशक मंडल द्वारा माना जाता है, तो कंपनी प्रकटीकरण दायित्वों का पालन करेगी।' उसने कहा कि रिपोर्ट में जैसा बताया जा रहा है मौजूदा समय में ऐसा 'कोई प्रस्ताव नहीं है।
उसने कहा कि हम इस बात को दोहराना और स्पष्ट करना चाहते हैं कि कंपनी सेबी लिस्टिंग विनियमों का अनुपालन करेगी और स्टॉक एक्सचेंज को सभी मूल्य-संवेदनशील जानकारी से अवगत कराएगी।
बता दें कि कल ऐसी खबरें आईं थी कि टेक्नोलॉजी सेक्टर की दिग्गज फर्म गूगल संकटग्रस्त टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया में हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है। फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि गूगल इस समय वोडाफोन के भारतीय कारोबार में निवेश की संभावनाएं तलाश रही है। गूगल से सौदे की बात अभी बहुत शुरुआती स्तर पर है। रिपोर्ट का कहना था कि गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने जियो प्लेटफॉर्म्स में हिस्सेदारी खरीदने का भी प्रयास किया था, लेकिन कंपनी इस मामले में फेसबुक से पिछड़ गई थी।
वोडाफोन आइडिया ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन और भारत के आदित्य बिड़ला ग्रुप की संयुक्त कंपनी है। यह इन दिनों गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है। दूरसंचार विभाग के अनुसार, कंपनी पर एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) के मद में 53 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है। वहीं कंपनी ने अपनी गणना के हिसाब से एजीआर मद में 21,533 करोड़ रुपये बकाया होने की बात कही है।