ऑटो सेक्टर के लिए जल्द व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी की जरूरत, नए वाहनों की बिक्री में होगी इसकी अहम भूमिका
उद्योग जगत के सूत्रों के मुताबिक बेहतर स्क्रैपेज पॉलिसी से लॉकडाउन के बाद नए वाहनों की बिक्री बढ़ेगी। (Pic pixabay.com)
नई दिल्ली, पीटीआइ। लॉकडाउन अवधि खत्म होने के बाद नए वाहनों की बिक्री में व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी की बड़ी भूमिका रहने वाली है। जानकारों का कहना है कि इससे वायु प्रदूषण, ईंधन खपत और सड़क दुर्घटनाएं कम करने में बड़ी मदद मिलेगी। उद्योग जगत के सूत्रों के मुताबिक बेहतर स्क्रैपेज पॉलिसी से लॉकडाउन के बाद नए वाहनों की बिक्री बढ़ेगी। ऑटो सेक्टर व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी की लंबी अवधि से इंतजार कर रहा है। लेकिन इस प्रस्तावित स्क्रैपेज पॉलिसी को केंद्र और राज्य सरकारों, दोनों के सहयोग की दरकार होगी।
केंद्र और राज्य सरकारों को इस कार्यक्रम की सफलता के लिए साथ आना होगा और अपने उपयोग वाले वाहनों के आधुनिकीकरण के लिए राजकोषीय प्रोत्साहन की घोषणा करनी होगी। इसके साथ ही सरकारों को व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी को सकल रूप से प्रोत्साहन-आधारित बनाना होगा। तभी लोग अपने पुराने वाहनों को स्क्रैप कर नए वाहन खरीदने के लिए प्रेरित होंगे।
इस बारे में सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) के प्रेसिडेंट राजन वढ़ेरा ने कहा कि उद्योग जगत इस बारे में लगातार सरकार के संपर्क में बना हुआ है और प्रोत्साहन-आधारित स्क्रैपेज की मांग कर रहा है। इसमें मौद्रिक प्रोत्साहन की मांग भी शामिल है। इनमें जीएसटी, रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्कों में 50 प्रतिशत तक की छूट जैसे प्रोत्साहनों की राय दी गई है।
सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि प्रोत्साहन आधारित नीति से प्रदूषण को कम करने में बहुत मदद मिलेगी। इसके साथ ही सड़क सुरक्षा और ईंधन में बचत जैसे मसलों का भी समाधान निकल जाएगा। उससे भी महत्वपूर्ण यह है कि कोविड-19 का मौजूदा संकट खत्म होने के बाद नई गाडि़यों की बिक्री में स्क्रैपेज पॉलिसी का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। गौरतलब है कि पिछले दिनों सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में दम भरने के लिए सरकार जल्द व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी लाने की तैयारी में है।