एच 1बी वीजा जारी करने के लिए लॉटरी सिस्टम खत्म कर सकता है अमेरिका
ट्रंप प्रशासन विदेशी कामगारों को दिए जाने वाले एच 1बी वीजा कार्यक्रम में सुधार पर काम कर रहा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। ट्रंप प्रशासन विदेशी कामगारों को दिए जाने वाले एच 1बी वीजा कार्यक्रम में सुधार पर काम कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य आर्थिक सलाहकार लैरी कडलो ने बताया कि एच 1बी वीजा टैलेंटेड प्रोफेशनल्स को आकर्षित करता है और अब कंपनियों को एच 1बी वीजाधारकों को नौकरियां देने में मुश्किलें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि हमें वैध इमिग्रेशन चाहिए। हम स्किल और मेरिट के आधार पर इमिग्रेंटेस को मौका देना चाहते हैं। यह काफी फायदमेंद होगा। उन्होंने बताया कि ट्रंप प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए है।
लैरी ने कहा कि यह काम जारी है और यह एक बड़े सुधार का हिस्सा है। मेरिट और स्किल के आधार पर वीजा देना एक बड़ा बदलाव हैं। हमें यह सालों पहले कर लेना चाहिए था। हम एच 1बी और दूसरे वीजा पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन वीजा के लिए लॉटरी सिस्टम से छुटकारा पाना चाहता है।
हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उन्होंने यह बात एच 1बी या डायवर्सिटी वीजा के लिए कही है। बता दें कि ट्रंप पहले ही डायवर्सिटी वीजा के लिए लॉटरी सिस्टम को बंद करने की बात कह चुके हैं। इसके बाद वहां के प्रशासन ने एच1 बी वीजा के लिए लॉटरी सिस्टम में बदलाव के लिए प्रस्ताव दिया है।
लैरी ने कहा कि इस बदलाव से वीजा जारी करने की संख्या पर कोई असर नहीं पड़ेगा। नियमों के मुताबिक, अभी अमेरिका हर साल 65 हजार एच 1बी वीजा और अमेरिका में साइंस, टेक्नोलजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स में हायर एजुकेशन पूरी करने वालों के लिए 20 हजार अतिरिक्त वीजा जारी करता है। वीजा की संख्या बढ़ाए जाने के सवाल पर लैरी ने कहा कि हम इस बारे में कुछ नहीं कह सकते। अभी हम इस पर काम कर रहे हैं।