UPI से हुआ अक्टूबर में एक अरब से ज्यादा लेनदेन, लोगों ने किया 1.91 लाख करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन
अक्टूबर में यूपीआई के जरिये कुल लेनदेन बढ़कर 1.15 अरब रही जो सितंबर में 96 करोड़ थी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने कहा कि यूनिफायड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिये अक्टूबर 2019 में एक अरब से ज्यादा लेनदेन किए गए। अक्टूबर में यूपीआई के जरिये कुल लेनदेन बढ़कर 1.15 अरब रही जो सितंबर में 96 करोड़ थी। इसी प्रकार, यूपीआई के लेनदेन की वैल्यू भी अक्टूबर में बढ़कर 1.91 लाख करोड़ रुपये हो गई जो सितंबर में 1.61 लाख करोड़ रुपये थी।
NPCI के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ दिलीप अस्बे ने कहा कि यह देखना उत्साहजनक है कि देशभर में डिजिटल पेमेंट्स को व्यापक तौर पर स्वीकार किया जा रहा है। डिजिटल पेमेंट्स को लेकर सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक की नीति और बैंकों तथा थर्ड पार्टी पेमेंट ऐप्स द्वारा उपलब्ध कराई व्यवस्था का ही परिणाम है कि यूपीआई ने यह मुकाम हासिल किया है।
उन्होंने कहा कि हमेशा हमारा फोकस डिजिटल पेमेंट की स्वीकार्यता बढाने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर बनाना रहेगा ताकि ग्राहकों का रुझान डिजिटल लेनदेन की तरफ बढ़े और रिजर्व बैंक तथा सरकार के लेस कैश के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिले।
डिजिटल पेमेंट में आने वाले समय में और तेजी लाने के लिए यूपीआई ने नए ट्रांजेक्शन के तौर पर P2PM और यूपीआई के जरिये IPO के लिए आवेदन शुरू किया है। यूपीआई 2.0 के लॉन्च के साथ ही इसके महत्वपूर्ण फीचर्स में इजाफा भी किया गया है, जैसे 'लिंकिंग ऑफ ओवरड्राफ्ट अकाउंट', 'वन टाइम मैंडेट', 'इनवॉइस इन द बॉक्स' और 'साइन्ड इंटेंट एंड क्यूआर'।
वर्तमान में यूपीआई पर 142 बैंक हैं। तीन साल पहले जब यूपीआई लॉन्च किया गया था तो इससे सिर्फ 21 बैंक ही जुड़े थे। वित्त वर्ष 2018-19 में यूपीआई आधारित 5.35 अरब लेनदेन किए गए जो वित्त वर्ष 2017-18 में 915.2 मिलियन थे।
यूपीआई के जरिये आप रियल टाइम में विभिन्न बैंकों में बिना अकाउंट नंबर का खुलासा किए दूसरे व्यक्ति के साथ पैसों का लेनदेन कर सकते हैं।