Union Bank Of India और Uco Bank ने MCLR में की कटौती, लोन लेना होगा सस्ता
बैंक ने एक बयान में कहा कि इसके बाद एक साल की अवधि वाले कर्ज पर यह मानक दर 7.40 फीसद से घटकर 7.35 फीसद हो गयी है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने MCLR में 0.05 फीसद की कटौती की है। नई दरें शुक्रवार से प्रभावी होंगी। बैंक ने गुरुवार को बताया कि एक वर्ष की अवधि वाले कर्ज पर MCLR 7.25 फीसद से घटाकर 7.20 फीसद कर दिया गया है। इसी तरह एक दिन और एक महीने की अवधि के कर्ज पर कटौती के बाद ब्याज दर 6.75 फीसद हो गयी है।
सार्वजनिक क्षेत्र के ही अन्य बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी एमसीएलआर में 0.10 फीसद की कटौती की है। बैंक ने एक साल की अवधि वाले कर्ज पर ब्याज दर 7.65 फीसद से घटाकर 7.55 फीसद कर दिया है। यह दरें गुरुवार से लागू हो गई हैं।
उधर, सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक ने भी एमसीएलआर 0.05 अंक कम कर दी है। बैंक ने एक बयान में कहा कि इसके बाद एक साल की अवधि वाले कर्ज पर यह मानक दर 7.40 फीसद से घटकर 7.35 फीसद हो गयी है। यह कटौती अन्य सभी अवधि के कर्जों पर भी समान रूप से लागू होगी।
उधर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने खाताधारकों को एक बड़ी राहत दी है। बैंक अब हर 6 महीने में ब्याज दरों की समीक्षा करेगी। पहले यह समय 1 साल का था। एसबीआई के मुताबिक, ग्राहक एक साल का इंतजार किए बिना ब्याज दर में कमी का लाभ उठाएं। एसबीआई ने MCLR रिसेट फ्रीक्वेंसी को 1 साल से घटाकर 6 महीने कर दिया है।
इस फैसले का सीधा फायदा एसबीआई के होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन लेने वाले ग्राहकों को होगा। मालूम हो कि सभी बैंक MCLR की हर साल समीक्षा करती है। इस वजह से कम ब्याज दर होने पर भी ग्राहकों को इसका फायदा लेने के लिए पूरे एक साल इंतजार करना पड़ता है।