कारोबारियों के संगठन ने चीनी सामानों की जलाई होली, त्योहारों में चीन में बने सामान नहीं खरीदने का आह्वान
कैट चीन में निर्मित सामानों के बहिष्कार के लिए भारतीय सामान - हमारा अभिमान के रूप में राष्ट्रीय अभियान चला रहा है। (PC CAIT)
नई दिल्ली, पीटीआइ। गलवान घाटी में भारत के 20 जवानों की शहादत के बाद देशभर में चीन विरोधी भावनाएं उफान पर हैं। इसी बीच खुदरा कारोबारियों के संगठन कैट ने सोमवार को दिल्ली के करोल बाग इलाके में चीनी वस्तुओं की होली जलाई। प्रदर्शनकारी कारोबारियों की अगुवाई कर रहे कॉन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल को पुलिस ने कुछ समय के लिए हिरासत में ले लिया था और उन्हों करोल बाग थाना ले जाया गया था। इसी बीच कैट ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चीन की कंपनियों के साथ हाल में महाराष्ट्र सरकार द्वारा किए गए तीन करार को रद्द करने की संगठन की मांग को स्वीकार कर लिया है।
खंडेलवाल ने ठाकरे के निर्णय को बेहद प्रासंगिक बताते हुए कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस निर्णय से देशवासियों में चीन के खिलाफ व्याप्त रोष और आक्रोश का सम्मान किया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से चीन को एक बड़ा सख्त संदेश जाएगा कि आज सारा देश प्रधानमंत्री मोदी और देश की सेनाओं के साथ एकजुट खड़ा है।
कैट चीन में निर्मित सामानों के बहिष्कार के लिए "भारतीय सामान - हमारा अभिमान" के रूप में राष्ट्रीय अभियान चला रहा है। संगठन ने इस संदर्भ में कहा, ''देश भर के व्यापारियों एवं नागरिकों में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर काफी उत्साह है। इस अभियान की पहली बानगी आगामी अगस्त महीने में राखी के त्योहार पर दिखेगी, जब इस वर्ष देश भर की बहनें चीनी राखी का बहिष्कार कर भारतीय राखी अपने भाइयों को बांधेगी तथा जन्माष्टमी का त्योहार भी पूर्ण भारतीय संस्कृति के अनुरूप मनाया जाएगा, जिसमें चीनी वस्तुओं का कोई स्थान नहीं होगा। ''
कैट ने देशभर के कारोबारियों से आगामी त्योहारी सीजन के दौरान चीन वस्तुओं की खरीद और बिक्री से बचने का आह्वान किया है।
खंडेलवाल ने कहा, ''इस वर्ष की दिवाली लद्दाख में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के सम्मान में सम्पूर्ण रूप से हिन्दुस्तानी दिवाली के रूप में देश भर में मनाई जायेगी, जिसमें भारत की मिटटी के बने दीयों से रोशनी होगी तथा उसी मिटटी से निर्मित लक्ष्मी जी एवं गणेश जी का पूजन होगा। इस वर्ष की दिवाली में चीनी वस्तुओं को बिल्कुल भी नहीं शामिल किया जाएगा। बिजली के बल्ब तथा बल्बों की झालर भी भारतीय होगी।''