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FY18 में लिस्ट होंगी 45 से ज्यादा कंपनियां, IPO से जुटाए जाएंगे रिकॉर्ड 82000 करोड़ रुपये

चालू वित्त वर्ष में अबतक लॉन्च हुए 38 आईपीओ के जरिए 66000 करोड़ रुपये की राशि जुटाई जा चुकी है

By Surbhi JainEdited By: Published: Wed, 21 Mar 2018 03:00 PM (IST)Updated: Sun, 25 Mar 2018 08:50 AM (IST)
FY18 में लिस्ट होंगी 45 से ज्यादा कंपनियां, IPO से जुटाए जाएंगे रिकॉर्ड 82000 करोड़ रुपये
FY18 में लिस्ट होंगी 45 से ज्यादा कंपनियां, IPO से जुटाए जाएंगे रिकॉर्ड 82000 करोड़ रुपये

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त वर्ष 2018 आईपीओ के लिहाज से काफी अच्छा रहा है। इस दौरान कुल 38 आईपीओ पेश किये गये हैं। वहीं आठ आईपीओ अभी और आने बाकी हैं। माना जा रहा है कि इन आईपीओ के जरिए चालू वित्त वर्ष में 82000 करोड़ रुपये जुटाए जाने की योजना है।

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38 आईपीओ ने जुटाए 66000 करोड़ रुपये:

चालू वित्त वर्ष में अबतक लॉन्च हुए 38 आईपीओ के जरिए 66000 करोड़ रुपये की राशि जुटाई जा चुकी है। इसके अलावा आठ और आईपीओ इस वित्त वर्ष के अंत तक और एक अप्रैल से लागू होने वाले एलटीसीजी (लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन) से पहले आने बाकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि इन आठ आईपीओ के जरिए 16000 करोड़ रुपये जुटाये जा सकते हैं। ऐसे में अगर कुल मिलाकर देखें तो वित्त वर्ष 2018 में आईपीओ के जरिए 82000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।

जितने भी आईपीओ अबतक पेश किये गये हैं उनमें से सबसे अच्छे रिटर्न शंकरा बिल्डिंग प्रोडक्ट (27 फीसद), एपेक्स फ्रोजन फूड्स (269 फीसद), सालासर टेक्नो इंजनियरिंग (200 फीसद), एस्ट्रॉन पेपर एंड बोर्ड मिल्स (134 फीसद) और पीएसपी प्रोजेक्ट्स (126 फीसद) ने दिये हैं।

जो 38 आईपीओ इन वित्त वर्ष में लिस्ट हुए हैं, उनमें से 26 आईपीओ ने सकारात्मक रिटर्न दिये हैं जबकि बाकि 12 ने नकारात्मक रिटर्न दिये हैं। एस चांद एंड कंपनी सबसे ज्यादा खराब प्रदर्शन करने वाली कंपनी रही है। इनसें (-37.1 फीसद) का रिटर्न दिया है। लेकिन औसत रिटर्न की बात की जाए तो यह 39.2 फीसद के स्तर पर रहा है।

सरकारी कंपनी मिश्र धातु निगम का आईपीओ आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। निवेशक इस आईपीओ में 23 मार्च तक निवेश है। इसका प्राइस बैंड 87 रुपये से 90 रुपये के बीच रखा गया है। अगर 90 रुपये पर मिश्र धातु के सभी शेयर्स को खरीदने का आवेदन मिल जाता है तो यह करीब 438 करोड़ रुपये की रकम जुटाने में कामयाब होगा।

भारत के रक्षा क्षेत्र की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) अपने सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन अंडरसब्सक्राइब रही है। अपने तीसरे और आखिरी दिन यह 98.57 फीसद ही सब्सक्राइब हो पाया। वहीं कोलकता के बंधन बैंक का आईपीओ जो 15 मार्च से 19 मार्च तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था, वह आखिरी दिन 14.56 गुना सब्सक्राइब हुआ है। इसी तरह, गाड़ियों के उपकरण बनाने वाली कंपनी संधार टेक्नोलॉजीज अपने आईपीओ के दूसरे दिन 40 फीसद सब्सक्राइब हुई है।

FY18 के पहले छह महीनों में कंपनियों ने IPO के जरिए जुटाए 27 हजार करोड़ रुपए

चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में भारतीय कंपनियों ने आइपीओ के जरिये रिकॉर्ड 27,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई थी। इस दौरान इंश्योरेंस, हेल्थकेयर, शिक्षा, बैंक, केबल टीवी और शिपिंग सेक्टर की कंपनियों के आइपीओ लॉन्च हुए थे। स्टॉक एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से सितंबर के बीच कुल 19 कंपनियों ने आइपीओ से 26,720 करोड़ रुपये जुटाए थे। बीते वर्ष की समान अवधि में 15 कंपनियों ने पब्लिक इश्यू से 16,535 करोड़ रुपये जुटाए थे। किसी वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में आइपीओ से सबसे ज्यादा रकम 2007-08 में जुटाई गई थी। उस समय कंपनियों ने आइपीओ से रिकॉर्ड 21,244 करोड़ रुपये जुटाए थे।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट: डॉ रवि सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2018 में आईपीओ में निवेश के लिहाज से मिश्र धातु निगम अच्छा लग रहा है। इसकी पांच में 3.5 की रेटिंग हैं। साथ ही इसकी बुक वैल्यु भी अच्छी है। वहीं आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज से भी उम्मीद है क्योंकि इसका अच्छा सब्सक्रिप्शन हो सकता है। हालांकि इसका प्राइज बैंड देखते हुए ये थोड़ा ओवर प्राइज्ड लग रहा है। लेकिन निवेशकों को मुनाफा मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा डॉ रवि ने बताया है कि संधार टेक्नोलॉजीज के आईपीओ का प्राइज बैंड मिड रेंज में हैं इसलिए इसमें लिस्टिंग के बाद निवेश की बेहतर संभावनाएं देखने को मिल रही है। अगर निवेशक 3 से 5 साल तक के लिए निवेश की योजना बना रहे हैं तो उसे कमाई के अच्छे मौके मिल सकते हैं।


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