तीन दर्जन कंपनियां बैंक लाइसेंस पाने की होड़ में
बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवदेन करने की तारीख सोमवार यानी एक जुलाई को खत्म हो रही है। अब तक तीन दर्जन कंपनियां इसके लिए आवेदन कर चुकी हैं। इनमें आदित्य बिड़ला समूह, टाटा कैपिटल, रेलिगेयर, रिलायंस कैपिटल शामिल हैं। इनके अलावा देश के सबसे पुराने वित्तीय संस्थान आइएफसीआइ, आइडीएफसी, इंडिया इंफोलाइन,
नई दिल्ली। बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवदेन करने की तारीख सोमवार यानी एक जुलाई को खत्म हो रही है। अब तक तीन दर्जन कंपनियां इसके लिए आवेदन कर चुकी हैं। इनमें आदित्य बिड़ला समूह, टाटा कैपिटल, रेलिगेयर, रिलायंस कैपिटल शामिल हैं। इनके अलावा देश के सबसे पुराने वित्तीय संस्थान आइएफसीआइ, आइडीएफसी, इंडिया इंफोलाइन, वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज, श्रेई इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस, डाक विभाग, बजाज फाइनेंस भी लाइसेंस के लिए आवेदन कर चुके हैं। सूत्रों ने बताया कि पांच माइक्रो फाइनेंस संस्थान भी बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन करने जा रहे हैं। अंतिम तारीख तक बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों की सूची तीन दर्जन के आंकड़े को पार कर सकती है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह की इकाई महिंद्रा फाइनेंस ने गैर लाभदायक तथा अस्पष्ट नियमों का हवाला देते हुए बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं करने का फैसला किया है। रिजर्व बैंक के दफ्तर पहली जुलाई को बंद रहेंगे। मगर केंद्रीय बैंक ने लाइसेंस आवेदन प्राप्त करने की विशेष व्यवस्था की है। इच्छुक आवेदक शाम 5:45 बजे तक केंद्रीय कार्यालय के बैंकिंग परिचालन एवं विकास विभाग के मुख्य महाप्रबंधक (इंचार्ज) के पास अपने आवेदन जमा करा सकते हैं। रिजर्व बैंक ने इस साल 22 फरवरी को नए बैंकिंग लाइसेंस के लिए अंतिम दिशानिर्देश जारी किए थे। उन पर स्पष्टीकरण 21 जून को जारी किए गए।
रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है कि बैंक लाइसेंस हासिल करने वाली इकाइयों को शाखाएं खोलने के लिए 18 माह का समय दिया जाएगा। पहले 12 माह का समय देने का प्रस्ताव था। इसके अलावा प्रवर्तकों को निर्धारित समय में गैर परिचालन वाली वित्तीय होल्डिंग कंपनी (एनओएफएचसी) में अपनी होल्डिंग स्थानांतरित करनी होगी।
देश में इस समय 26 सरकारी बैंक, 22 निजी क्षेत्र के और 56 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक काम कर रहे हैं। इससे पहले जनवरी, 1993 में 10 कंपनियों को बैंक लाइसेंस दिया गया था। समय के साथ चार बैंक दूसरों द्वारा अधिग्रहित कर लिए गए। टाइम्स बैंक को एचडीएफसी ने खरीद लिया। ग्लोबल ट्रस्ट बैंक पर सार्वजनिक क्षेत्र के ऑरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का स्वामित्व हो गया। सेंचुरियन बैंक ने बैंक ऑफ पंजाब को खरीदा और वह सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब हो गया। 2008 में सेंचुरियन को एचडीएफसी ने खरीद लिया था।