देश में यूनीकॉर्न स्टार्ट-अप कंपनियों की संख्या 100 पर पहुंची, इनका कुल मूल्यांकन 17 लाख करोड़ रुपये से अधिक
देश में सबसे ज्यादा यूनीकॉर्न बेंगलुरु में हैं। इस मामले में दिल्ली दूसरे और मुंबई तीसरे स्थान पर है। क्रेडिट सुइस का कहना है कि यूनीकॉर्न की संख्या में और अधिक वृद्धि हो सकती है क्योंकि उद्यमी नए उपक्रमों में पर्याप्त निवेश की इच्छा रखते हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत में यूनीकॉर्न स्टार्ट-अप कंपनियों की संख्या 100 पर पहुंच गई है। इनका कुल मूल्यांकन 240 अरब डॉलर यानी 17 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। स्विट्जरलैंड की ब्रोकरेज कंपनी क्रेडिट सुइस के इक्विटी रणनीतिकार नीलकंठ मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि एक अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य वाली ये यूनीकॉर्न कंपनियां प्रौद्योगिकी आधारित क्षेत्रों, दवा और उपभोक्ता वस्तुओं समेत सभी उद्योगों में फैली हुई हैं।
मिश्रा ने कहा कि इनमें से दो-तिहाई यूनीकॉर्न 2005 के बाद शुरू हुई हैं। भारत में ऐसी 336 कंपनियां सूचीबद्ध हैं जो जिनका बाजार मूल्य एक अरब डॉलर यानी करीब 7,200 करोड़ रुपये से अधिक है। मिश्रा के मुताबिक ये कंपनियां पूंजी की कमी को निजी इक्विटी फंडों के माध्यम से पूरा कर रही हैं। वहीं, दूरसंचार और बुनियादी ढांचा मजबूत होने से भी इन्हें विस्तार में काफी मदद मिली है।
क्रेडिट सुइस का कहना है कि यूनिकॉर्न में वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनियां अग्रणी हैं। इस क्षेत्र में पांच स्टार्ट-अप ऐसे है जिनका कुल बाजार मूल्य 22 अरब डॉलर से अधिक है। इंडियन सिक्युरिटीज रिसर्च के प्रमुख आशीष गुप्ता ने कहा कि भारतीय फिनटेक कंपनियों ने 10 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई है और वे स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के मामले में सबसे आगे हैं।
जहां तक भौगोलिक स्थिति का सवाल है तो देश में सबसे ज्यादा यूनीकॉर्न बेंगलुरु में हैं। इस मामले में दिल्ली दूसरे और मुंबई तीसरे स्थान पर है। क्रेडिट सुइस का कहना है कि यूनीकॉर्न की संख्या में और अधिक वृद्धि हो सकती है क्योंकि उद्यमी नए उपक्रमों में पर्याप्त निवेश की इच्छा रखते हैं।