TCS कर सकती है बायबैक का ऐलान, 15 जून को होनी है बोर्ड बैठक
टीसीएस ने जानकारी दी है कि 5 जून 2018 को होने वाली अहम बैठक में कंपनी का निदेशक मंडल इक्विटी शेयरों की खरीद के प्रस्ताव पर विचार करेगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश की दिग्गज सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विस शेयर बायबैक पर विचार कर रही है। इस हफ्ते होने वाली बैठक में इस संबंध में फैसला हो सकता है। गौरतलब है कि टीसीएस ने बीते साल शेयर बायबैक को मंजूरी दी थी।
टीसीएस ने बीएसई फाइलिंग में जानकारी दी है, “15 जून 2018 को होने वाली अहम बैठक में कंपनी का निदेशक मंडल इक्विटी शेयरों की खरीद के प्रस्ताव पर विचार करेगा।” हालांकि टीसीएस के इस बायबैक के संबंध में कोई अन्य जानकारी साझा नहीं की है।
वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही की अर्निंग कॉल के दौरान टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन ने कहा इस बायबैक के जरिए कंपनी का मकसद अपने सालाना फ्री कैश फ्लो के 80 से 100 फीसद तक रखना है। गौरतलब है कि बीते साल, टीसीएस ने 2,850 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की कीमत पर 5.61 करोड़ शेयरों के साथ 16,000 करोड़ रुपये का मेगा बायबैक ऑफर किया था।
क्या होता है शेयर बायबैक?
बायबैक एक निर्धारित समय में पूरी की जाने वाली एक प्रक्रिया है जिसमें निवेशकों के अतिरिक्त शेयरों को अपने सरप्लस का इस्तेमाल कर खुले बाजार से खरीदा जाता है। ये शेयर बाजार मूल्य या उससे ज्यादा कीमत पर खरीदे जाते हैं, हालांकि इसें एक शर्त शामिल होती है कि यह मैक्सिमम बायबैक से ज्यादा नहीं हो सकता है।
कंपनियां क्यों करती हैं बायबैक?
कंपनियां प्रीमियम पर शेयर्स की खरीद कर बाजार में इनकी संख्या को कम करती है और शेयर की कीमत को स्थिर करने का प्रयास करती हैं। इससे कंपनियों के वित्तीय अनुपात में भी सुधार आता है। इतना ही नहीं बायबैक करने के बायबैक से कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी बढ़ती है और किसी भी टेकओवर के खतरे को टाला जा सकता है।