Google के सीइओ Sundar Pichai को दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में मिली जगह, उनके पूरे सफर के बारे में जानिए
टाइम पत्रिका में डाइमन ने कहा है कि युवावस्था में भारत से अमेरिका आए पिचाई ने एक लाख करोड़ डॉलर की कंपनी के सीइओ बनने तक का शानदार सफर तय किया है। उन्होंने पिचाई को बहुत बड़ा प्रेरणास्रोत करार दिया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। गूगल और उसकी पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीइओ सुंदर पिचाई को टाइम पत्रिका ने 2020 के दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया है। जेपी मोर्गन चेज के सीइओ जैमी डाइमन ने पिचाई की जमकर तारीफ की है। टाइम पत्रिका में डाइमन ने कहा है कि युवावस्था में भारत से अमेरिका आए पिचाई ने एक लाख करोड़ डॉलर की कंपनी के सीइओ बनने तक का शानदार सफर तय किया है। उन्होंने पिचाई को बहुत बड़ा प्रेरणास्रोत करार दिया।
डाइमन ने लिखा है कि पिचाई अपनी नैसर्गिक क्षमता और कार्य सिद्धांतों की बदौलत गूगल में आगे बढ़े। उन्होंने ड्राइव, जीमेल और मैप्स जैसे बेहद सफल प्रोडक्ट्स की अगुवाई की और आधिकारिक तौर पर पिछले साल दिसंबर में पूरी कंपनी की कमान संभाली।
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डाइमन ने कहा है कि सुंदर पिचाई इस समय के सबसे चुनौतीपूर्व और महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कार्यकारियों में से एक हैं। वह नवाचार के साथ निजता, रेगुलेशन और प्रतिस्पर्धा जैसी चीजों को देख रहे हैं। डाइमन ने पिचाई के विश्लेषणात्मक, विनम्र और समावेशी नेतृत्व की सराहना की है।
पिचाई को जानिए
ब्रिटानिका के मुताबिक सुंदर पिचाई का जन्म सन 1972 में तमिलनाडु में हुआ था। उनके पिता ब्रिटेन की एक मल्टीनेशनल कंपनी जीईसी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। पिचाई बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में काफी तेज थे और काफी कम उम्र से ही उन्हें तकनीक में काफी अधिक दिलचस्पी थी। उन्होंने आइआइटी खड़गपुर से बीटेक किया। इसके बाद उन्हें स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के लिए स्कॉलरशिप हासिल हुआ। इसके बाद कुछ समय तक Applied Materials में काम करने के बाद पिचाई ने 2002 में यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवानिया से एमबीए किया।
McKinsey & Co में कुछ समय तक काम करने के बाद पिचाई 2004 में गूगल से जुड़े। अपने शुरुआती दिनों में पिचाई ने गूगल टूलबार पर काम किया। इसके बाद उन्होंने गूगल के अपने वेब ब्राउजर क्रोम के डेवलपमेंट में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पिचाई को 2015 में गूगल का सीइओ नियुक्त किया गया। दिसंबर, 2019 में पिचाई को गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की कमान मिल गई।