Share Bazar को Mahindra के शेयरों ने संभाला, मामूली बढ़त पर हुई ओपनिंग
BSE के Sensex की गुरुवार को सपाट शुरुआत हुई। Tech Mahindra और Mahindra Mahindra समेत दूसरी कंपनियों के शेयरों ने बाजार को संभाल रखा है। खबर लिखे जाने तक बाजार 53095 अंक पर कारोबार कर रहा था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। BSE Sensex की गुरुवार को सपाट शुरुआत हुई। Tech Mahindra और Mahindra & Mahindra समेत दूसरी कंपनियों के शेयरों ने बाजार को संभाल रखा है। खबर लिखे जाने तक बाजार 53,095 अंक पर कारोबार कर रहा था। डेढ़ दर्जन से ज्यादा शेयर हरे निशान पर थे। वहीं NSE Nifty की शुरुआत भी सुस्त रही। Nifty 50 Index मात्र डेढ़ अंक ऊपर 15,881 पर कारोबार कर रहा था।
इससे पहले बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 194 अंक उछलकर पहली बार 53,000 अंक के ऊपर बंद हुआ था। केंद्रीय मंत्री परिषद में फेरबल से पहले निवेशकों की लिवाली से धातु, वित्तीय और बैंक शेयरों में तेजी के साथ बाजार को मजबूती मिली।
कारोबारियों के मुताबिक हालांकि डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट और वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख से तेजी पर कुछ अंकुश लगा। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार से बाहर निकलते हुए तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 193.58 अंक यानी 0.37 प्रतिशत उछलकर रिकॉर्ड ऊंचाई 53,054.76 पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 61.40 अंक यानी 0.39 प्रतिशत की तेजी के साथ अपने सर्वोच्च स्तर 15,879.65 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में 4.38 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में टाटा स्टील का शेयर रहा। इसके अलावा, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, नेस्ले इंडिया, एशियन पेंट्स, सन फार्मा और पावर ग्रिड में भी अच्छी तेजी रही।
दूसरी तरफ टाइटन, मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा और बजाज ऑटो समेत अन्य शेयर नुकसान में रहें। इनमें 2.06 प्रतिशत की गिरावट आयी। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन के अनुसार कारोबार में धातु शेयरों की अगुवाई में बाजार में तेजी लौटी। मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर भी निवेशकों में रुचि है क्योंकि निजी क्षेत्र के छोटे बैंकों में तेज गतिविधियां देखने को मिली।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसारएफओएमसी (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) की बैठक क ब्योरा जारी होने से पहले वैश्विक बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। निवेशकों ने निवेश का सुरक्षित जरिये बांड और डॉलर में निवेश को तरजीह दी। बिक्री पूर्व आंकड़े बेहतर होने से निवेशक रियल्टी शेयर की ओर आकर्षित हुए। धातु शेयरों में भी तेजी रही।