बाजार खुलते ही हुआ धड़ाम, ऐसे में किन शेयरों में करें निवेश-बता रहे एक्सपर्ट
छुट्टी के एक दिन बाद Share Market की शुरुआत बेहद कमजोर रही। Sensex खुलते ही धड़ाम हो गया। इसमें 400 से ज्यादा अंक की गिरावट देखी गई। BSE का मेन इंडेक्स 55159 अंक पर खुला। Hindunilvr AsianPaint के अलावा सभी शेयर लाल निशान पर थे।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। छुट्टी के एक दिन बाद Share Market की शुरुआत बेहद कमजोर रही। Sensex खुलते ही धड़ाम हो गया। इसमें 400 से ज्यादा अंक की गिरावट देखी गई। BSE का मेन इंडेक्स 55159 अंक पर खुला। Hindunilvr, AsianPaint के अलावा सभी शेयर लाल निशान पर थे। वहीं Nifty 50 112 अंक नीचे 16456 अंक पर खुला। बता दें कि गुरुवार को मुर्हरम के कारण बाजार बंद था। बुधवार को भी बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ था।
SMC Global के सौरभ जैन के मुताबिक बाजार में गिरावट का कारण अमेरिकी फेडरल बैंक का वह बयान है जिसमें उसने कहा है कि वह बाजार से लिक्विडिटी सपोर्ट कम करेगा। हालांकि बाजार इस हफ्ते बुलिश जरूर रहा है लेकिन Small cap और Mid Cap शेयरों में लिवाली चल रही थी। इसका असर अब देखने को मिल रहा है। निवेशकों को अगर पैसा लगाना है तो वे IT और Pharma सेक्टर की कंपनियों पर फोकस कर सकते हैं। मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश के मुताबिक अमेरिकी फेड रिजर्व के बॉन्ड खरीद के फैसले से दुनियाभर के बाजारों में मंदी है। सिंगापुर का मार्केट भी डाउन रहा है।
इस बीच एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जून 2021 में समाप्त पहली तिमाही में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा खरीदे गये भारतीय शेयरों का मूल्य 592 अरब डॉलर हो गया, जो इससे पिछली तिमाही से सात फीसदी अधिक है। यह काफी हद तक भारतीय शेयर बाजारों के मजबूत प्रदर्शन के साथ-साथ एफपीआई से मजबूत शुद्ध प्रवाह की वजह से संभव हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जून 2021 को समाप्त तिमाही में भारतीय शेयरों में एफपीआई निवेश का मूल्य 592 अरब डॉलर था, जो पिछली तिमाही में दर्ज 552 अरब डॉलर से काफी अधिक था। इसमें लगभग सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। एक साल पहले जून 2020 में भारतीय शेयरों में एफपीआई के निवेश का मूल्य 344 अरब डॉलर था।
उधर, खुदरा निवेशक सबसे ज्यादा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। IPO में हिस्सा लेने के लिए आवेदनों की बढ़ती संख्या और रिकॉर्ड अभिदान से दलाल स्ट्रीट (Dalal Street) पर नयी कंपनियों की सूचीबद्धता तेजी से बढ़ रही है। वहीं शेयर बाजार में लाखों खुदरा निवेशक पूंजी बाजार में आ रहे हैं और आईपीओ में शामिल हो रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि खुदरा क्षेत्र से इतने अधिक आईपीओ आवेदन कभी नहीं मिले हैं। कुछ आईपीओ को तो 30 लाख से अधिक आवेदन मिले हैं और आपूर्ति की तुलना में मांग 100 गुना अधिक रही है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)