शेयर बाजार को करना पड़ सकता है उतार-चढ़ाव का सामना
इस सप्ताह टेक महिंद्रा अंबुजा सीमेंट एक्सिस बैंक कोटक महिंद्रा बैंक बजाज आटो आइटीसी मारुति सुजुकी डीएलएफ इंडिगो और टाटा पावर के नतीजे आने हैं। सैमको सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड यश शाह ने कहा कि इस सप्ताह बाजार के एक दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। विश्लेषकों के मुताबिक इस सप्ताह भी शेयर बाजार की नजर कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगी। हालांकि डेरिवेटिव की एक्सपायरी के चलते बाजार को उतार-चढ़ाव का भी सामना करना पड़ सकता है। स्वास्तिका इन्वेस्टमेंट के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा कि बाजार सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज और आइसीआइसीआइ बैंक के नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया देगा।
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इस सप्ताह टेक महिंद्रा, अंबुजा सीमेंट, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज आटो, आइटीसी, मारुति सुजुकी, डीएलएफ, इंडिगो और टाटा पावर के नतीजे आने हैं। सैमको सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड यश शाह ने कहा कि इस सप्ताह बाजार के एक दायरे में कारोबार करने की संभावना है। बता दें कि रिलांयस इंडस्ट्रीज के शुद्ध लाभ में जहां 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है वहीं आइसीआइसीआइ बैंक ने शनिवार को घोषित नतीजों में 5,511 करोड़ रुपये का लाभ होने की बात कही है।
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निवेशकों का भरोसा घटा, एफपीआइ ने निकाले 3,825 करोड़
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआइ) ने अक्टूबर में भारतीय बाजारों से 3,825 करोड़ रुपये की निकासी की है।
हालांकि अगस्त और सितंबर महीने में एफपीआइ ने ऋण और बांड बाजार में जबरदस्त निवेश किया था। उन्होंने सितंबर में बांड बाजार में 13,363 करोड़ रुपये और अगस्त में 14,376.2 करोड़ रुपए डाले थे। अक्टूबर में एफपीआइ ने अभी तक बांड बाजार से 1,494 करोड़ रुपये निकाले हैं।
जबकि शेयरों से 2,331 करोड़ रुपये की निकासी की है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने बताया कि अक्टूबर के पहले पखवाड़े में एफपीआइ ने सूचना-प्रौद्योगिकी कंपनियों के 5,406 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। यह हालत तब है जब इन कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे से उम्मीद के मुताबिक रहे हैं। ऐसे में यह निश्चित रूप से मुनाफावसूली का मामला है।