Stock Market In India 2020: इस साल कैसी रही शेयर बाजार की चाल, बाजार के लिहाज से जानिए 2020 के उतार-चढ़ाव
stock market 2020 india मार्च 2020 में सरकार ने कोरोनावायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए देशव्यापी तालाबंदी की घोषणा की तो बेंचमार्क इस वर्ष के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स 25638 अंक के स्तर पर और निफ्टी 7511 तक पहुंच गया।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वर्ष 2020 Covid-19 के लिए याद किया जाएगा। आर्थिक नजरिये से देखा जाये तो इस महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था की हालत भी खस्ता हो चुकी है। लेकिन, वर्ष का अंत आते-आते इसमें कुछ सुधार नजर आ रहा है। बात अगर शेयर बाजार की करें तो 2020 की शुरुआत में शेयर बाजार में गिरावट का दौरा रहा लेकिन, साल बीतते-बीतेत इसने भी नया रिकॉर्ड कायम किया। कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस साल मार्च में भारत में लॉकडाउन लगा दिया गया। जिसकी वजह से बाजर की चाल और ज्यादा बिगड़ गई। कोविड -19 महामारी के कारण बहुत अधिक अस्थिरता के बावजूद कैलेंडर वर्ष 2020 में शेयर बाजार में सकारात्मक रिटर्न देखने को मिला है। आइए समझते हैं शेयर बाजार के लिहाज से कैसा रहा वर्ष 2020...
1 जनवरी 2020 को शेयर बाजार की क्या थी स्थिति
वर्ष 2020 की शुरुआत में 1 जनवरी को सेंसेक्स 52 अंक मजबूती के साथ 41,306 और निफ्टी 21 अंक बढ़कर 12,190 के स्तर पर बंद हुआ था।
अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर सेंसेक्स, निफ्टी
कैलेंडर वर्ष 2020 में 14 दिसंबर को सेंसेक्स 12 फीसद बढ़कर 46,373.34 के स्तर पर पहुंच गया और निफ्टी 11.74 फीसद बढ़कर 13,597.50 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह कारोबार की समाप्ति पर इसका नया रिकार्ड उच्चस्तर है। कारोबार के दौरान इसने 13,597.50 अंक का नया उच्चस्तर भी छुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी का शेयर सबसे अधिक 4.91 फीसद चढ़ गया। एलएंडटी, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, एचसीएल टेक, टाइटन और एशियन पेंट्स के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज ऑटो, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 1.98 फीसदतक टूट गए। वैश्विक बाजारों में भी मजबूती का रुख रहा।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 0.79 फीसद का लाभ रहा। अन्य एशियाई बाजारों में चीन के शंघाई कम्पोजिट और जापान के निक्की भी लाभ में रहे। वहीं हांगकांग के हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में गिरावट आई। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में थे। इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा एक फीसदबढ़कर 50.47 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया नौ पैसे की बढ़त के साथ 73.55 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने गत सप्ताहांत शुक्रवार को शुद्ध रूप से 4,195.43 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का समर्थन मिलने से घरेलू बाजार नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे। वाहन को छोड़कर अन्य सभी वर्गों के सूचकांक लाभ में रहे। उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआइ से बातचीत में कहा, ‘‘सकारात्मक आंकड़ों तथा विदेशी कोषों के सतत प्रवाह से भी बाजार को समर्थन मिल रहा है। इसके अलावा अक्टूबर के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे हैं। बिजली की खपत बढ़ी है जिससे पता चलता है कि औद्योगिक गतिविधियां अब सुधार की राह पर हैं।’’ अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर बढ़कर आठ माह के उच्चस्तर 3.6 फीसदपर पहुंच गई। नवंबर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 1.55 फीसदके नौ माह के उच्चस्तर पर पहुंच गई है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
2020 में शेयर मार्केट के चाल पर बाजार जानकारों का कहना है कि जो अभी हुआ है, ये न पहले हुआ था और न आगे होगा। इस पर CNI रिसर्च के किशोर ओस्तवाल ने कहा, 'न भूतो न भविष्यति'। 2020 में मई महीने से लेकर दिसंबर 13 तक 1 लाख 97 हजार करोड़ की खरीदारी हुई है। जब मोदी जी प्रधानमंत्री चुनकर आए थे तब भी 98 हजार करोड़ से ज्यादा की खरीदारी नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि जिनती खरीदारी अभी हुई है उतनी ही खरीदारी अभी बाकी है। ओस्तवाल ने कहा, बाजार अभी और आगे बढ़ेंगे, हालांकि थोड़ा बहुत उतार चढ़ाव हो सकता है लेकिन घबराहट की कोई बात नहीं है।'
20 फरवरी 2020 को सेंसेक्स 41,170 और निफ्टी 12,080 के स्तर पर थे
1 फरवरी 2020 को बजट पेश होने के बाद 20 फरवरी को सेंसेक्स 153 अंक की गिरावट के साथ 41,170 के स्तर पर और निफ्टी 46 अंक गिरकर 12,080 के स्तर पर बंद हुए थे। इसके बाद से मामूली उतार चढ़ाव के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार तेजी रही।
मार्च में 25,638 के स्तर तक पहुंचा सेंसेक्स, निफ्टी 7,511 के स्तर पर
मार्च 2020 में सरकार ने कोरोनावायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए देशव्यापी तालाबंदी की घोषणा की, तो बेंचमार्क इस वर्ष के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स 25,638 अंक के स्तर पर और निफ्टी 7,511 तक पहुंच गया, जो मार्च 1994 में इसकी सबसे खराब स्थिति थी। पिछली बार मार्च 2001 में निफ्टी का सबसे खराब प्रदर्शन रहा था, जब जाने-माने निवेशक केतन पारेख को सूचना, संचार और मनोरंजन शेयरों के स्टॉक की कीमतों में धोखाधड़ी करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
एफआईआई का वार्षिक निवेश 2002 के बाद सबसे ज्यादा
एनएसडीएल (नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड) की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के अनुसार, इस साल भारतीय बाजार में एफआईआई का वार्षिक निवेश 2002 के बाद सबसे अधिक रहा है।
फार्मा, आईटी सेक्टर ने दिया अच्छा रिटर्न
फार्मा शेयरों ने 2020 में सबसे अच्छा रिटर्न दिया। निवेशक दवा निर्माताओं के शेयरों को खरीदने के लिए आगे आए, क्योंकि कोविड -19 महामारी को देखते हुए दवाओं की सबसे ज्यादा बिक्री देखी गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर फार्मा शेयरों में 55 फीसद उछाल देखा गया।
आईटी शेयरों ने भी दिया अच्छा रिटर्न
कोरोना की वजह से बढ़े वर्क फ्रॉम होम के कल्चर से आईटी शेयरों ने भी 2020 में अच्छा स्मार्ट रिटर्न दिया। वर्ष के दौरान इंडेक्स 46 फीसदचढ़ गया।
Top Nifty gainers in 2020
Divi's Labs 96% उछला
डॉ रेड्डीज लैब्स 75% उछला
सिप्ला में 65% तक उछाल देखा गया
इन्फोसिस में 57% तेजी रही
HCL टेक्नोलॉजीज 52% तक चढ़ गया
Top Nifty losers in 2020
आयशर मोटर्स 89% नीचे आ गया
इंडसइंड बैंक में 39% की गिरावट रही
कोल इंडिया 33% से नीचे आ गया
UPL में 24% की गिरावट रही
इंडियन ऑयल 24% से ज्यादा गिर गया