Stock Market Close: Sensex 585 अंक लुढ़का; HCL Tech, Infosys, Dr Reddy's के शेयर टूटे
BSE का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक Sensex 585.10 अंक यानी 1.17 फीसद की टूट के साथ 49216.52 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह NSE Nifty 163.40 अंक यानी 1.11 फीसद लुढ़ककर 14557.90 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को भी एक फीसद से ज्यादा की टूट के साथ बंद हुए। अमेरिका में बॉन्ड से होने वाली आमदनी में वृद्धि के बीच शेयर बाजार लुढ़क गए। BSE का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक Sensex 585.10 अंक यानी 1.17 फीसद की टूट के साथ 49,216.52 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह NSE Nifty 163.40 अंक यानी 1.11 फीसद लुढ़ककर 14,557.90 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इस तरह घरेलू शेयर बाजार लगातार पांचवें सत्र में लाल निशान के साथ बंद हुए। उल्लेखनीय है कि सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में एक समय में करीब 500 अंक तक चढ़ गया था लेकिन बाद में उसमें यह गिरावट देखने को मिली।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात की जाए तो आईटी इंडेक्स तीन फीसद तक लुढ़क गया। दूसरी ओर फार्मा इंडेक्स में भी दो फीसद तक की गिरावट देखने को मिली।
निफ्टी पर HCL Technologies, Infosys, Dr Reddy's Laboratories, Divis Labs और Hero MotoCorp के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर, आईटीसी, बजाज ऑटो, हिंडाल्को, ग्रासिम और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में बढ़त देखने को मिली।
सेंसेक्स पर ये शेयर टूटे
Sensex पर एचसीएल टेक के शेयरों में सबसे ज्यादा 3.97 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। इसी तरह इन्फोसिस के शेयर भी 3.67 फीसद तक टूट गए। इनके अलावा डॉक्टर रेड्डीज, टेक महिंद्रा, टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, नेस्ले इंडिया, एक्सिस बैंक, बजाज फिनजर्व, एशियन पेंट, लार्सन एंड टुब्रो, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, इंडसइंड बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, टाइटन और अल्ट्राकेट सीमेंट के शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए।
अन्य एशियाई बाजारों की बात करें तो शंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सिओल में शेयर बाजार हरे निशान के साथ बंद हुए।
जानें गिरावट की वजह
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में प्रमुख (रिसर्च) विनोद नायर ने कहा, ''जनवरी के बाद अमेरिकी बॉन्ड से होने वाली आमदनी के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच जाने के बाद भारतीय इक्विटी मार्केट में प्रारंभिक सत्र में बनी बढ़त खत्म हो गए और बाजार लुढ़क गए।''
उन्होंने कहा कि अन्य वैश्विक बाजारों की तुलना में भारतीय बाजारों में ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को मिला क्योंकि देश में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि एवं FII निवेश में कमी से निवेशकों ने अधिक सतर्क रुख अपनाया।