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सोनू सूद के 'Pravasi Rojgar' को मिला 250 करोड़ रुपये का निवेश, प्रवासियों को जॉब दिलाने में मदद करता है ये एप

इस निवेश पर सोनू सूद ने कहा- यह साझेदारी लाखों युवाओं के लिए एक बेहतर जीवन देने और आजीविका हासिल करने के मेरे सपने को साकार करने में मदद करेगी। इसके साथ हमारा लक्ष्य प्रवासी श्रमिकों को नौकरी की संभावनाओं को बेहतर बनाने का मौका देना है।

By NiteshEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 09:14 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 05:23 PM (IST)
सोनू सूद के 'Pravasi Rojgar' को मिला 250 करोड़ रुपये का निवेश, प्रवासियों को जॉब दिलाने में मदद करता है ये एप
Sonu Sood Pravasi Rojgar Receives Rs 250 Crore Funding from Temasek Backed GoodWorker

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सिंगापुर सरकार की निवेश कंपनी Temasek’s-GoodWorker ने बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद द्वारा लॉन्च किए गए जॉब पोर्टल 'Pravasi Rojgar' में 250 करोड़ रुपये का निवेश किया है। सोनू सूद लॉकडाउन में प्रवासियों की मदद करके चर्चा में आए थे। उन्होंने जुलाई में प्रवासी रोज़गार ऐप लॉन्च किया था। गुडवर्कर एक जॉब मैचिंग प्लेटफार्म है जो श्रमिकों को उनके आस-पास होने वाले रोजगार के बारे में बताता है।

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Pravasi Rojgar को एड-टेक और स्किलिंग कंपनी Schoolnet India की साझेदारी में लॉन्च किया गया था। इस पहल में अमेजन मैक्स हेल्थकेयर, पोर्टिया, सोडेक्सो, अर्बन कंपनी आदि सहित नौकरी की तलाश करने वाले और नियोक्ता शामिल हैं।

GoodWorker सूद और स्कूलनेट के साथ अगले 18 महीनों में 250 करोड़ रुपये के शुरुआती निवेश के साथ एक जॉइंट वेंचर बनाएगा। ये जॉइंट वेंचर औपचारिक रूप से 2021 की शुरुआत में अपना काम करना शुरू करेगा। स्कूलनेट इंडिया (पूर्व में आईएल एंड एफएस एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी सर्विसेज) एक एडटेक और स्किलिंग कंपनी है, जो शिक्षा, रोजगार और रोजगार से संबंधित पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए लोगों को जॉब के काबिल बनाती है।

इस निवेश पर सोनू सूद ने कहा- 'यह साझेदारी लाखों युवाओं के लिए एक बेहतर जीवन देने और आजीविका हासिल करने के मेरे सपने को साकार करने में मदद करेगी। इसके साथ, हमारा लक्ष्य प्रवासी श्रमिकों को नौकरी की संभावनाओं को बेहतर बनाने का मौका देना है।'

गुडवर्कर के सदस्य प्रद्युम्न अग्रवाल ने कहा, हम पहले से ही इसकी तैयारी में थे और भारत में निश्चित मात्रा में निवेश की योजना थी। जब हमने सूद के प्रवासी रोज़गार और स्कूलनेट को देखा कि वे 400 जिलों में कैसे पहुंचे हैं, तो हमने उनके साथ गठबंधन करने का फैसला किया ताकि अत्याधुनिक तकनीक के साथ प्रभावी प्रतिभा को बाहर लाया जा सके। कोरोना की वजह से लगभग 10 लाख लोगों की नौकरियां चली गई हैं, जबकि महीने का कुल आय 2467 करोड़ रुपये कम हो गया है।

क्या है प्रवासी रोज़गार

यह सोनू सूद द्वारा उन लोगों की मदद करने के लिए एक पहल है जो बेरोजगार हैं और आजीविका का एक स्थिर स्रोत खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सूद का लक्ष्य लाखों प्रवासी कामगारों को जॉब दिलाने में मदद करना है।

एजेंसी से इनपुट सहित


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