Small Savings Scheme: PPF, SSY में करते हैं निवेश, तो जान लीजिए अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में मिलेगा कितना रिटर्न
समाचार एजेंसी एएनआइ के एक ट्वीट के मुताबिक आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज ने कहा है कि PPF और SSY जैसी लघु बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) पर मिलने वाले ब्याज दर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और NSC सहित विभिन्न लघु बचत योजनाओं में निवेश करने वालों के लिए राहत भरी खबर है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दर में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब है कि आपको जिस दर से अभी रिटर्न मिल रहा है, उसी दर से अगली तिमाही में भी रिटर्न हासिल होगा। समाचार एजेंसी एएनआइ के एक ट्वीट के मुताबिक आर्थिक मामलों के सचिव तरुण बजाज ने कहा है कि लघु बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) पर मिलने वाले ब्याज दर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
There is no change of interest rate for small saving schemes: Tarun Bajaj, Secretary, Department of Economic Affairs https://t.co/okat6JZAp7" rel="nofollow
— ANI (@ANI) September 30, 2020
सरकारी बॉन्ड से हुई आमदनी के आधार पर सरकार हर तिमाही की शुरुआत में अगली तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं के ब्याज दरों में संशोधन करती है। सरकार ने जुलाई से सितंबर के दौरान भी ब्याज दरों में किसी तरह का संशोधन नहीं किया था। इससे पहले अप्रैल से जून तिमाही में सरकार ने ब्याज दरों में संशोधन किया था।
सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न के लिए निवेश करने वाले लोगों के बीच नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), किसान विकास पत्र (KVP), टाइम डिपोजिट, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसे योजनाएं काफी लोकप्रिय हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर ब्याज दर 7.1 फीसद सालाना बनी हुई है। इसी तरह सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर ब्याज दर 7.4 फीसद पर है। एक साल के टाइम डिपोजिट पर आपको 5.5 फीसद की दर से ब्याज मिलेगा।
हालांकि, एनएससी, किसान विकास पत्र, टाइम डिपोजिट, सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम्स जैसी योजनाओं के मौजूदा निवेशकों पर ब्याज दरों में परिवर्तन का कोई असर नहीं पड़ता है क्योंकि इन स्कीम्स में निवेश करने पर पूरे मेच्योरिटी काल के लिए ब्याज की दर एक समान रहती है। हालांकि, नए निवेशकों पर ब्याज दरों में परिवर्तन का असर पड़ता है।