Share Market Investment Tips: जानिए इस हफ्ते किन बातों से तय होगी शेयर बाजार की दिशा
Share Market Investment Tips इस हफ्ते बाजार में शेयर आधारित गतिविधियां देखने को मिली सकती हैं क्योंकि कई स्मॉलकैप कंपनियां पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा करने वाली हैं PC Pixabay
नई दिल्ली, पीटीआइ। बीते हफ्ते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में अच्छी बढ़त दर्ज हुई है। बीते हफ्ते 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 497.37 अंक या 1.30 फीसद के लाभ में और 50 शेयरों वाला निफ्टी 130.60 अंक या 1.15 फीसद के लाभ में रहा। पिछले हफ्ते सबसे अधिक बढ़त रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में देखने को मिली। इसका मार्केट कैप भी 15 लाख करोड़ को पार कर गया। अब इस हफ्ते भारत-चीन सीमा तनाव व वृहद आर्थिक आंकड़े शेयर बाजार को प्रभावित करेंगे। साथ ही वैश्विक संकेतकों पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी।
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने, अर्थव्यवस्था में सुधार को लेकर अनिश्चितता व भारत-चीन तनाव के कारण शेयर बाजार की धारणा प्रभावित है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘भारत-चीन तनाव को समाप्त करने के लिए उच्चस्तरीय वार्ता के बाद आधिकारिक बयान नहीं आने के कारण निवेशकों को आगे सुस्त प्रगति के लिए तैयार रहना चाहिए। सीमा तनाव से जुड़ी यह अनिश्चितता छोटी अवधि में बाजार की धारणा को प्रभावित करने वाली होगी।’ नायर का कहना है कि घरेलू स्तर पर संकेतकों के अभाव में निवेशकों की निगाह वैश्विक घटनाक्रमों पर होगी।
इस हफ्ते बाजार में शेयर आधारित गतिविधियां देखने को मिली सकती हैं, क्योंकि कई स्मॉलकैप कंपनियां अपने पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा करने वाली हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, ब्याज दरों पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक के फैसले और महंगाई के आंकड़ों से शेयर बाजार को कुछ दिशा मिल सकती है। यहां बता दें कि सोमवार को खुदरा व थोक महंगाई के आंकड़े जारी किये जाने हैं, जो बाजार को प्रभावित करेंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘इस हफ्ते के शुरुआती सत्रों में निवेशकों से औद्योगिक उत्पादन (IIP) के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है। इसके अलवा थोक और खुदरा महंगाई के आंकड़ों पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी। साथ ही वैश्विक रुख भी बाजार को प्रभावित करेगा।’ गौरतलब है कि जुलाई महीने में देश के औद्योगिक उत्पादन में 10.4 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। मुख्यत: विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के चलते औद्योगिक उत्पादन में गिरावट आई है। आईआईपी के आंकड़े शुक्रवार शाम जारी हुए हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने से भी बाजार प्रभावित हो रहा है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘इस हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी। साथ ही कोरोना वैक्सीन से जुड़ी खबरों व वैश्विक संकेतकों पर भी बाजार की निगाह रहेगी।’