रतन टाटा का वेलकम मैसेज, बदलाव की चिंता छोड़कर काम पर करें फोकस
साइरस मिस्त्री की टाटा से विदाई के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि शापूरजी पलोनजी ग्रुप टाटा के इस कदम का विरोध करते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है
नई दिल्ली: साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाने के बाद मंगलवार को रतन टाटा ने ग्रुप की सभी कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान रतन टाटा ने कहा कि सभी कर्मचारी कारोबार और मार्केट लीडरशिप पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि उनका कार्यकाल कुछ ही समय का है और इस दौरान सभी कर्मचारी अपने ग्रुप को लीडरशिप के स्थान पर पहुंचाने पर जोर दें।
सीईओ से मिलकर क्या बोले रतन टाटा:
100 अरब डॉलर की कंपनी के वरिष्ठतम अधिकारियों से रतन टाट ने कहा, “आप अपने-अपने कारोबार क्षेत्र में लीडर की भूमिका निभाएं और शेयरधारकों का रिटर्न बढ़ाने पर ध्यान दें। मैं स्थायित्व और निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए अंतरिम चेयरमैन की भूमिका में आया हूं, ताकि नेतृत्वहीनता की स्थिति पैदा न हो। यह अवधि बहुत छोटी होगी। एक नया और स्थायी नेतृत्व लाया जाएगा।” रतन टाटा यहां बांबे हाउस में टाटा समूह की कंपनियों के प्रबंध निदेशकों और वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कंपनियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, लॉन्ग टर्म इंटरेस्ट पर उनका ध्यान है और वो माहौल को बेहतर और स्थिर बनाने की कोशिश करेंगे। रतन टाटा ने कहा कि टाटा कंपनियों का फोकस बाजार पर बना रहेगा
रतन टाटा ने नहीं की मीडिया से बात:
रतन टाटा से जब पत्रकारों ने आज इस मसले पर बात करनी चाही तो टाटा ने किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाने के बाद अब रतन टाटा चार महीने तक अंतरिम चेयरमैन बने रहेंगे। रतन टाटा फरवरी तक यह जिम्मेदारी संभालेंगे। हालांकि फरवरी के बाद टाटा ग्रुप का चेयरमैन कौन होगा इसके लिए पांच सदस्यीय सर्च कमेटी का गठन कर दिया गया है। इस कमेटी को यह काम फरवरी 2017 से पहले पूरा करना होगा। जानिए इस कमेटी में कौन-कौन लोग शामिल हैं जो टाटा को नया चेयरमैन देंगे।