शेषासई ने साधा मूर्ति पर निशाना कहा बदले की भावना से काम कर रहे हैं मूर्ति
शेषासई ने नारायण मूर्ति के आरोपों पर जवाबी प्रतिक्रिया दी है
नई दिल्ली (जेएनएन)। विशाल सिक्का के इस्तीफे और नंदन निलेकणि की इंफोसिस में वापसी के बाद भी पूर्व कर्मचारियों और संस्थापकों के बीच विवाद थमता नहीं दिख रहा है। अब कंपनी के पूर्व चेयरमैन आर शेषासई और पूर्व फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति के बीच विवाद गहराता जा रहा है। शेषासई ने नारायण मूर्ति के आरोपों पर जवाबी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वो उनके खिलाफ प्रतिशोध की भावना से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मूर्ति ने जो भी आरोप लगाए हैं वो निराधार हैं।
शेषासई का यह बयान मूर्ति की ओर से मंगलवार को इंफोसिस इंवेस्टर्स को दी गई एक स्पीच के बाद सामने आया है। इस स्पीच में मूर्ति ने एक अज्ञात व्यक्ति का हवाला देते हुए कहा था कि शेषासई ने पूर्व सीएफओ राजीव बंसल को किए गए भुगतान के बारे में झूठ बोला था। मूर्ति ने कहा कि मौजूदा बोर्ड सदस्य रूपा कुडवा ने उनसे कहा था कि अगर वो बंसल के सेवरेंस पेमेंट की जानकारी चाहते हैं तो उन्हें एक नॉन डिस्क्लोजर समझौते पर हस्ताक्षर करने होंगे।
शेषासई, जिनके बयान में दो अन्य इंफोसिस डायरेक्टर भी शामिल हैं जिन्होंने ने भी पिछले हफ्ते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, कहा कि पहले तो वो इस पर किसी भी सार्वजनिक टिप्पणी से बचते आए थे, ताकि कंपनी को आगे बढ़ने में मदद मिले, लेकिन मूर्ति की हालिया स्पीच ने उन्हें मजबूर कर दिया।
शेषासई ने कहा, “प्रेस की ओर से रिपोर्ट किए गए मूर्ति की ओर से इन्वेस्टर्स को दिए गए बयान ने मुझे इस पर प्रतिक्रिया देने को मजबूर कर दिया है जिसका इस्तेमाल मैने निजी हमलों और स्पष्ट रूप से झूठे और कपटपूर्ण आरोप से खुद को बचाने के लिए किया।”