Karvy Fraud जैसे मामलों से बचने के लिए उठाए जा रहे कदम, निवेशकों के हितों की होगी सुरक्षाः SEBI
Karvy Fraud और अन्य वित्तीय अनियमितताओं को लेकर SEBI प्रमुख ने कहा कि लोन डिफॉल्ट और कॉरपोरेट मिसगवर्नेंस के मामलों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कहा है कि Karvy Stock Broking जैसा कोई और मामला सामने ना आए, इसे सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी ने इस बारे में कहा कि 'हमने कुछ कदम उठाए हैं और कुछ और कदम उठाये जाएंगे।' त्यागी ने एक कार्यक्रम से इतर कहा कि रेगुलेटर ने कंपनियों और ब्रोकिंग कंपनियों से जुड़े रेगुलेटरी मामलों को लेकर त्वरित कदम उठाए हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी Karvy से जुड़ा एक मामला प्रकाश में आया था, जहां कंपनी ने 95,000 से अधिक ग्राहकों की 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतिभूतियों को गिरवी रखकर रकम अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया था।
सबकुछ गलत या बुरा नहीं
त्यागी ने इंसाल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) को लेकर कहा कि इससे बाजार पर अगले पांच साल में सकारात्मक असर देखने को मिलेगा। सेबी के चेयरमैन ने कहा कि लोन डिफॉल्ट और कॉरपोरेट मिसगवर्नेंस के मामलों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सबकुछ गलत या बुरा है। उन्होंने कहा, ''सेबी की जानकारी में जो भी बात आ रही है और जिस तरह के भी सुधार की जरूरत है, हम उस दिशा में जल्द कदम उठा रहे हैं।''
Karvy मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई
अजय त्यागी ने इस मुद्दे पर कहा कि Karvy का मुद्दा उनकी जानकारी में था। हमने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की। उल्लेखनीय है कि 22 नवंबर को सेबी ने KSBL को नए स्टॉक ब्रोकिंग से जुड़ी गतिविधियों को लेकर नए क्लाइंट बनाने से मना कर दिया है। इसके साथ ही क्लाइंट की ओर से दी गई पावर ऑफ अटॉर्नी के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी थी।