KYC के नाम पर ये 3 तरह के फ्रॉड आ रहे हैं सामने, बैंक ने किया ग्राहकों को अलर्ट
हाल ही में SBI ने देश में COVID-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच लॉकडाउन प्रतिबंधों के कारण ईमेल या पोस्ट के माध्यम से केवाईसी अपडेट के लिए दस्तावेजों की स्वीकृति की अनुमति देने का निर्णय लिया। बैंक ने ग्राहकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के प्रति सचेत रहने को कहा है, क्योंकि देश भर में केवाईसी धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं। गुरुवार 17 जून को SBI ने ट्विटर पर एक अलर्ट जारी किया, जिसमें ग्राहकों को ऐसे उदाहरणों की चेतावनी दी गई है जहां जालसाजों ने अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी) सत्यापन के साथ लोगों को धोखा दिया है। एसबीआई ने कहा कि केवाईसी धोखाधड़ी के मामलों में जालसाज ग्राहक के व्यक्तिगत जानकारी लेने के लिए बैंक या कंपनी के प्रतिनिधि होने का नाटक करते हुए एक टेक्स्ट संदेश भेजते हैं।
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हाल ही में SBI ने देश में COVID-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच लॉकडाउन प्रतिबंधों के कारण ईमेल या पोस्ट के माध्यम से केवाईसी अपडेट के लिए दस्तावेजों की स्वीकृति की अनुमति देने का निर्णय लिया। बैंक ने ग्राहकों को ऑनलाइन धोखाधड़ी के ऐसे सभी मामलों की रिपोर्ट https://www.cybercrime.gov.in/ पर करने को कहा है।
KYC fraud is real, and it has proliferated across the country. The fraudster sends a text message pretending to be a bank/company representative to get your personal details. Report such cybercrimes here: https://t.co/3Dh42ifaDJ" rel="nofollow#SBI #StateBankOfIndia #CyberCrimeAlert #StaySafe pic.twitter.com/VpODvKp1FD— State Bank of India (@TheOfficialSBI) June 15, 2021
केवाईसी धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच भारतीय स्टेट बैंक ने तीन सुरक्षा उपाय साझा किए हैं, जिनसे ग्राहक अपने खातों को सुरक्षित रख सकते हैं:
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- किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचें
- बैंक कभी भी केवाईसी अपडेट करने के लिए लिंक नहीं भेजता है
- अपना मोबाइल नंबर और गोपनीय डेटा किसी के साथ साझा न करें