SBI, HUL ने छोटे खुदरा विक्रेताओं को कर्ज की आसान पहुंच के लिए मिलाया हाथ, क्रेडिट में होगी आसानी
हिंदुस्तान यूनिलीवर के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कहा कि भारत में लगभग एक करोड़ खुदरा विक्रेता हैं उन्हें कर्ज पहुंच में बाधाओं का सामना करना पड़ा है। उन्होंने हमेशा अनौपचारिक वातावरण में काम किया है वे डिजिटल टेक्नोलॉजी को अपनाने में भी ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई और एफएमसीजी के प्रमुख एचयूएल ने गुरुवार को छोटे खुदरा विक्रेताओं को कर्ज की आसान पहुंच के लिए साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी के तहत, कंपनी के शिखर एप का उपयोग करने वाले एचयूएल के खुदरा विक्रेता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) योनो एप के साथ एकीकरण के जरिये वितरकों को भुगतान के लिए कर्ज सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कहा कि भारत में लगभग एक करोड़ खुदरा विक्रेता हैं, उन्हें कर्ज पहुंच में बाधाओं का सामना करना पड़ा है। उन्होंने हमेशा अनौपचारिक वातावरण में काम किया है, वे डिजिटल टेक्नोलॉजी को अपनाने में भी ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं।
मेहता ने कहा, 'आज हमारी साझेदारी से कुछ महत्वपूर्ण बाधाओं को हल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, दरअसल, देश में खुदरा विक्रेताओं और छोटे दुकानदार कई तरह की परेशानियों का सामना करते हैं। उन्होंने आगे कहा, एसबीआई ने बिना किसी कागजी कार्रवाई के इन खुदरा विक्रेताओं को बहुत ही आसानी से कर्ज देने पर सहमति जताई है, ताकि वे बहुत जल्दी और बहुत ही आसान तरीके से कर्ज तक पहुंच बना सकें। उन्होंने कहा कि एसबीआई के साथ साझेदारी हमारे खुदरा विक्रेताओं से हमारे वितरक के लिए यूपीआई आधारित भुगतान को भी सक्षम करेगी ताकि इंटरफ़ेस तुरंत धनराशि भेज सके। उन्होंने कहा कि ये देश के लाखों खुदरा विक्रेताओं के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने वाली छोटी लेकिन बहुत महत्वपूर्ण चीजें हैं।
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि देश में हो रहे विकास और अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण के साथ यह केवल दो दिग्गजों एसबीआई और एचयूएल के बीच साझेदारी नहीं है, बल्कि यह वह बदलाव है जो देश में हो रहा है। हम व्यापार करते हैं और इसका प्रभाव कुल उत्पादकता पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ऋण का लाभ उठाना हमेशा एक दर्दनाक प्रक्रिया रही है और साझेदारी का उद्देश्य इस मुद्दे का समाधान करना है।