SBI के ग्राहक हैं तो सावधान हो जाएं, जालसाज आपके खाते में सेंधमारी के लिए अपना रहे ये तरीका
उल्लेखनीय है कि 2016 में भी भारतीय बैंकिंग संस्थानों पर साइबर हमले हुए थे जिसमें देश के कई एटीएम प्रभावित हुए थे। हैकर्स ने डेबिट कार्ड के पिन सहित सभी गोपनीय जानकारी चुरा ली थी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर आप भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहक हैं तो जरा सचेत हो जाएं। बैंक ने अपने ग्राहकों को साइबर हमलों से बचने के लिए आगाह किया है। बैंक ने ग्राहकों से कहा है कि जालसाज COVID-19 के नाम पर फर्जी ई-मेल भेजकर लोगों से उनकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चोरी कर रहे हैं। ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए बैंक ने ग्राहकों से अलर्ट रहने को कहा है। हाल ही में दिल्ली की साइबर सेल ने भी लोगों को वॉट्सऐप पर अपनी बैंक संबंधित जानकारी शेयर न करने को लेकर आगाह किया था।
SBI ने ट्वीट में लिखा, हमें ऐसी जानकारी मिली है कि भारत के प्रमुख शहरों में साइबर हमला होने वाले हैं। बैंक ने कहा, ncov2019@gov.in से आने वाले ईमेल, जिसका सब्जेट 'फ्री COVID-19 टेस्ट' दिया गया है उस पर क्लिक करने से बचें।
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Attention! It has come to our notice that a cyber attack is going to take place in major cities of India. Kindly refrain yourself from clicking on emails coming from ncov2019@gov.in with a subject line Free COVID-19 Testing. pic.twitter.com/RbZolCjLMW— State Bank of India (@TheOfficialSBI) June 21, 2020
ट्वीट के जरिये एसबीआई ने कहा, लगभग 20 लाख भारतीयों की ईमेल आईडी साइबर अपराधियों ने चोरी कर ली है। हैकर्स ई-मेल आईडी ncov2019@gov.in से लोगों का मुफ्त में कोरोना टेस्ट करने के नाम पर उनकी पर्सनल और बैंकिंग जानकारी हासिल कर रहे हैं। SBI ने विशेष रूप से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई हैदराबाद और अहमदाबाद के लोगों को फर्जी ई-मेल के बारे में सावधान रहने को कहा है।
CERT-In issued advisory on COVID 19-related Phishing Attack Campaign by Malicious Actors. pic.twitter.com/x8WO3TseCM— CERT-In (@IndianCERT) June 20, 2020
उल्लेखनीय है कि 2016 में भी भारतीय बैंकिंग संस्थानों पर साइबर हमले हुए थे, जिसमें देश के कई एटीएम प्रभावित हुए थे। हैकर्स ने डेबिट कार्ड के पिन सहित सभी गोपनीय जानकारी चुरा ली थी।
भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पोंस टीम (CERT-In) ने इस संबंध में चेतावनी जारी कर हर सरकारी विभाग और संस्थान को इससे बचने की सलाह दी है।