Reliance के रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कारोबार में निवेश के सौदे पर कर रहे काम: Saudi Aramco
Reliance Saudi Aramco Deal अंबानी ने कहा था कि सऊदी अरामको द्वारा आरआईएल के रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कारोबार में 20 फीसद हिस्सेदारी खरीदने के लिए निवेश किया जाएगा।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अरबपति मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कारोबार में 15 बिलियन डॉलर के निवेश के सौदे पर दिग्गज तेल कंपनी सऊदी अरामको (Saudi Aramco) अभी भी काम कर रही है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग के अनुसार, सऊदी अरामको ने यह बात कही है। सऊदी अरामको के सीईओ अमीन नासर ने तिमाही नतीजों पर बात करते हुए रविवार को मीडिया को बताया कि रिलायंस के साथ सौदे को लेकर उनकी बात चल रही है और वे सही समय पर शेयरधारकों को इस बारे में अपडेट देंगे।
इस दिग्गज तेल कंपनी ने रविवार को तिमाही आंकड़ों के बारे में बताया कि उसकी शुद्ध आय एक साल पहले की तुलना में करीब 75 फीसद घटी है। कोरोना वायरस महामारी और इसके संक्रमण को रोकने के लिए कई देशों द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के चलते तेल की खपत में जबरदस्त गिरावट इसका मुख्य कारण रहा है। खपत में कमी से कच्चे तेल के भाव में करीब 33 फीसद की गिरावट देखी गई।
इससे पहले 15 जुलाई को आरआईएल की 43 वीं एजीएम में मुकेश अंबानी ने बाताया था कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुई अभूतपूर्व परिस्थितियों के चलते सऊदी अरामको के साथ प्रस्तावित सौदा तय समय से नहीं हो पा रहा है। साथ ही अंबानी ने कहा था कि वे सऊदी अरामको के साथ दो दशक से अधिक के व्यापारिक रिश्तों का सम्मान करते हैं और अरामको के साथ लंबी अवधि की भागीदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं।
यह आशंका भी जताई जा रही थी कि देरी के कारण यह डील रद्द हो सकती है, लेकिन अब सऊदी अरामको के सीईओ ने ऐसी सभी आशंकाओं को धूमिल कर दिया है। गौरतलब है कि रिलायंस चेयरमैन ने पिछले साल सऊदी अरामको के साथ प्रस्तावित सौदे के बारे में जानकारी दी थी। अंबानी ने कहा था कि सऊदी अरामको द्वारा आरआईएल के रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कारोबार में 20 फीसद हिस्सेदारी खरीदने के लिए निवेश किया जाएगा।
यहां बता दें कि सऊदी अरामको विश्व का सबसे बड़ा कच्चे तेल का निर्यातक है। रिलायंस के रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स कारोबार में निवेश करके अरामको इस सेक्टर में और मजबूत होना चाहता है। यही कारण है कि यह सौदा सऊदी अरब की इस दिग्गज तेल कंपनी के लिए महत्वपूर्ण है।