एक डॉलर की कीमत हुई 69.88 रुपये, जनवरी तिमाही में 73 का स्तर छू सकता है रुपया
शुक्रवार के कारोबार में भारतीय रुपये ने भी मजबूत शुरुआत की है और यह 70 के स्तर के नीचे ट्रेड कर रहा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। शुक्रवार के कारोबारी सत्र में रुपये में मजूबती देखने को मिली है। दिन के शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 34 पैसा मजबूत होकर 69.86 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से कारोबार करता देखा गया, वहीं दिन के 10 बजकर 44 मिनट पर रुपया 69.90 के स्तर पर आ गया। इसके बाद रुपये में और सुधार देखने को मिला और 10 बजकर 57 मिनट पर यह डॉलर के मुकाबले 69.88 के स्तर पर आ गया। गौरतलब है कि रुपये की मजबूती का सीधा फायदा देश के आम आदमी को होता है।
जनवरी-मार्च तिमाही में कहां तक जा सकता है रुपया?
केडिया कमोडिटीज के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि अगर रुपये के मौजूदा रुझान को देखें तो जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 73.80 का उच्चतम स्तर छू सकता है। वहीं अगर रुपये को सपोर्ट मिला तो वह डॉलर के मुकाबले 68.20 के स्तर के आसा-पास देखा जा सकता है। केडिया ने बताया कि अगर रुपये की हालिया मजबूती की बात करें तो जाहिर तौर पर इसके लिए क्रूड जिम्मेदार है। वहीं फेड की बैठक और आगामी अंतरिम बजट रुपये की चाल के लिए अहम माना जा रहा है।
रुपये की मजबूती की लिए क्रूड सबसे अहम माना जाता है क्योंकि हम अपनी जरूरत का 80 फीसद क्रूड आयात करते हैं। वर्तमान समय की बात करें तो दिन के 11 बजे डब्ल्यूटीआई क्रूड 47.30 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 56.12 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड करता देखा गया। जानकारी के लिए बता दें कि अक्टूबर 2018 में रुपये ने डॉलर के मुकाबले 74 का स्तर पार कर लिया था।