185 NFO के जरिये जुटाए गए 66,364 करोड़ रुपये, जनवरी-मार्च में आए सबसे अधिक एनएफओ
बाजार विश्लेषण से जुड़ी कंपनी फायर्स रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा भारत में बचत को वित्तीय रूप देने का चलन देखा जा रहा है। मासिक बचत को अधिक रिटर्न की पेशकश करने वाले तरीकों में लगाने की अत्यधिक जरूरत है। इक्विटी में निवेश का पर्याप्त प्रवाह निवेशकों के रुख और जोखिम उठाने की क्षमता में बदलाव को दर्शाता है।
पीटीआई, नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड का संचालन करने वाली परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (AMC) ने वित्त वर्ष 2023-24 में 66,364 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 185 नई फंड पेशकश (एनएफओ) की थी। यह साल भर पहले की तुलना में 6.5 प्रतिशत अधिक है। खुदरा निवेशकों की बढ़ती रुचि और बाजार में तेजी से इसे बल मिला। वित्त वर्ष 2022-23 में एएमसी ने 253 एनएफओ की पेशकश कर 62,342 करोड़ रुपये जुटाए थे।
जनवरी-मार्च 2024 में आए सबसे ज्यादा एनएफओ
बाजार विश्लेषण से जुड़ी कंपनी फायर्स रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा, 'भारत में बचत को वित्तीय रूप देने का चलन देखा जा रहा है। मासिक बचत को अधिक रिटर्न की पेशकश करने वाले तरीकों में लगाने की अत्यधिक जरूरत है। इक्विटी में निवेश का पर्याप्त प्रवाह निवेशकों के रुख और जोखिम उठाने की क्षमता में बदलाव को दर्शाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की वृद्धि की कहानी के जोर पकड़ने और निवेश के अवसर बढ़ने के साथ कई गैर-सूचीबद्ध कंपनियां पूंजी बाजार का समर्थन चाहती हैं। यह प्रवृत्ति वृद्धि के अवसरों की तलाश करने वाले और इन कंपनियों की दीर्घकालिक यात्राओं में भाग लेने के इच्छुक निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है। यह रिपोर्ट कहती है कि जनवरी-मार्च, 2024 के दौरान सबसे अधिक 63 एनएफओ आए, जिनके जरिये कुल 22,683 करोड़ रुपये जुटाए गए।
इसके पहले अक्टूबर-दिसंबर, 2023 की अवधि में भी 49 एनएफओ के जरिये 16,093 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। उद्योग विशेषज्ञों ने कहा कि शेयर बाजार के प्रदर्शन के साथ-साथ सकारात्मक निवेशक धारणा से वित्त वर्ष 2023-24 में एनएफओ के माध्यम से अधिक धन जुटाया गया।
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