RIL Q4 Result: चौथी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज को 6,546 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ, Jio ने दर्ज की 73 फीसद की ग्रोथ
RIL Q4 Result रिलायंस जियो ने पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 72.7 फीसद की क्रमिक वृद्धि के साथ 2331 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही अर्थात जनवरी से मार्च 2020 की तिमाही के अपने परिणाम जारी कर दिये हैं। कंपनी ने इस दौरान 6,546 करोड़ रुपये का समेकित लाभ दर्ज किया है। इससे पिछली तिमाही में कंपनी का समेकित लाभ 11,640 करोड रुपये था और एक साल पहले इसी तिमाही में यह लाभ 10,362 करोड़ रुपये था।
रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स बिजनेस में नुकसान
इस तरह कंपनी ने अपने समेकित लाभ में तिमाही आधार पर 45.5 फीसद और सालाना आधार पर 38.7 फीसद की गिरावट दर्ज की है। कंपनी को कोरोना वायरस के कारण मांग में गिरावट और तेल की कीमतों में अभूतपूर्व कमी के चलते 4,267 रुपये का असाधारण नुकसान हुआ, लेकिन जियो रिलायंस की अच्छी ग्रोथ ने लाभ में गिरावट को सीमित कर दिया। कंपनी ने कहा, 'रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स बिजनेस की बात करें, तो कोरोना वायरस महामारी से मांग में अभूतपूर्व कमी के कारण तेल की कीमतों में नाटकीय गिरावट आई, जिसके कारण ऊर्जा व्यापार में कंपनी को गैर-कैश इन्वेंट्री से घाटा हुआ है।'
राजस्व में आई गिरावट
कंपनी ने बताया कि मार्च तिमाही में परिचालन से राजस्व 136,000 करोड़ रुपये रहा। यह दिसंबर तिमाही में 152,939 करोड़ और एक साल पहले की समान अवधि में 138,659 करोड़ रुपये था। इस तरह मार्च तिमाही में परिचालन से प्राप्त समेकित राजस्व में 11.1 फीसद की गिरावट हुई है। वहीं, राजस्व में सालाना आधार पर 2.4 फीसद की गिरावट हुई है।
जियो में हुई जोरदार ग्रोथ
रिलायंस जियो की बात करें, तो इस दुनिया के सबसे बड़े टेलिकॉम ऑपरेटर ने पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 72.7 फीसद की क्रमिक वृद्धि के साथ 2,331 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। वहीं, 14,835 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
चौथी तिमाही के नतीजे पर मुकेश अंबानी ने की कर्मचारियों की तारीफ
चौथी तिमाही के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि हमें खुशी है कि हमने इन कठिन समय में अपने ग्राहकों के लिए कनेक्टिविटी और कामकाज को आसान बना दिया है। जियो का हर कर्मचारी 'ग्राहक पहले’ की सोच से काम करने को प्रशिक्षित है। इससे ग्राहकों का भरपूर आशीर्वाद हमें मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि हम अब लगभग 40 करोड़ भारतीयों की सेवा कर रहे हैं। जियो भारत में डिजिटल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है। हमारी सेवाओं को ग्राहकों द्वारा तहेदिल से अपनाया जाना हमें और अधिक बेहतर बनने के लिए प्रेरित करता है।
जियो दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल कंपनियों में से एक, फेसबुक के साथ विकास के अगले चरण पर चल पड़ी है। हम साथ मिलकर भारत को वास्तव में डिजिटल समाज बनाने के लिए दृढ़ संकल्प हैं। हम मनोरंजन, वाणिज्य, संचार, वित्त, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीकी क्षमताओं और सर्वश्रेष्ठ कनेक्टिविटी नेटवर्क के साथ बेहतरीन डिजिटल प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमारा फोकस भारत के 6 करोड़ सूक्ष्म, लघु और मझोले व्यवसायों, 12 करोड़ किसानों, 3 करोड़ छोटे व्यापारियों और अनौपचारिक क्षेत्र के लाखों छोटे और मध्यम उद्यमों पर होगा।
देश के सबसे बड़े राइट्स इश्यू की घोषणा
रिलायंस ने देश के सबसे बड़े राइट्स इश्यू की भी घोषणा की है। यह 53,125 करोड़ का है। यह 1:15 के अनुपात में है। अर्थात शेयरधारकों के प्रत्येक 15 इक्विटी शेयर पर एक शेयर है। यह 1,257 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर होगा। जबकि गुरुवार को कंपनी का शेयर 1,467.05 रुपये पर बंद हुआ है। रिलायंस ने करीब 30 सालों में पहली बार राइट्स इश्यू की घोषणा की है। गौरतलब है कि हाल ही में फेसबुक और रिलायंस की जियो प्लेटफॉर्म्स के बीच एक समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत फेसबुक जियो प्लेटफॉर्म्स में 9.9 फीसद हिस्सेदारी खरीद रही है। अर्थात वह जियो प्लेटफॉर्म्स में 43,574 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
कटेगा कर्मचारियों का वेतन
रिलायंस ने गुरुवार को ही अपने ऑयल और गैस डिविजन के कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की भी घोषणा की है। मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस ने 15 लाख रुपये से अधिक सालाना आय वाले कर्मचारियों की सैलरी में 10 फीसद की कटौती करने का फैसला लिया है। जबकि सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ अधिकारियों की सैलरी में 30 से 50 फीसद तक की कटौती का निर्णय लिया गया है। कंपनी ने लागत के दबाव को कम करने के लिए वेतन कटौती का यह फैसला लिया है।