महंगाई से मामूली राहत, उद्योग पस्त
अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन में 4.2 फीसद गिरावट आई। सितंबर में औद्योगिक उत्पादन 2.8 फीसद बढ़ा था। दरअसल, सितंबर की आईआईपी ग्रोथ 2.5 फीसद से संशोधित होकर 2.8 फीसद हो गई थी। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ में भी गिरावट आई।
नई दिल्ली। अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन में 4.2 फीसद गिरावट आई। सितंबर में औद्योगिक उत्पादन 2.8 फीसद बढ़ा था। दरअसल, सितंबर की आईआईपी ग्रोथ 2.5 फीसद से संशोधित होकर 2.8 फीसद हो गई थी। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ में भी गिरावट आई। माह-दर-माह आधार पर अक्टूबर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ 2.5 फीसद के मुकाबले -7.6 फीसद रह गई। लेकिन, माइनिंग सेक्टर का उत्पादन बढ़ा है। अक्टूबर में इस सेक्टर की ग्रोथ 0.7 से बढ़कर 5.2 फीसद हो गई।
मेक इन इंडिया की योजना पर रिजर्व बैंक को संशय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' की योजना के सफल होने पर रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन को संदेह है। उन्होंने इस पर सरकार को सतर्क करते हुए कहा है कि सरकार को सिर्फ एक ही क्षेत्र में फोकस नहीं करना चाहिए। उनका मानना है कि चीन में इस तरह की योजना जरूर सफल हुई है, लेकिन भारत उससे कहीं अलग है।
उन्होंने कहा कि भारत चीन से काफी अलग है और एक अलग दौर में विकसित हो रहा है। लिहाजा इस बारे में संशयवादी होना चाहिए कि क्या सफल होगा। खाने-पीने की चीजें सस्ती नवंबर में खुदरा भाव के हिसाब से महंगाई बढ़ने की दर घटकर 4.38 फीसद रह गई है। अक्टूबर में इस किस्म की महंगाई दर 5.5 फीसद रही थी। माह-दर-माह आधार पर नवंबर में कोर रिटेल महंगाई 5.85 से घटकर 5.5 फीसद रह गई।
खाने-पीने की चीजों की महंगाई बढ़ने की दर में भारी गिरावट आई। नवंबर में खाने-पीने की चजें 3.1 फीसद के हिसाब से महंगी हुई। अक्टूबर में ऐसी चीजों के दाम 5.59 फीसद बढ़े थे। नवंबर के दौरान ग्रामीण इलाकों में महंगाई दर 5.52 से घटकर 4.09 फीसद रह गई। इस दौरान शहरी इलाकों में महंगाई दर 5.55 से घटकर 4.69 फीसद रही। माह-दर-माह आधार पर नवंबर में सब्जियां 1.45 फीसद की जगह 10.9 फीसद सस्ती हुई। इस दौरान ईंधन की महंगाई दर 3.29 के मुकाबले 3.27 फीसद रही।