मार्च महीने में बढ़कर 5.52 फीसद हुई खुदरा महंगाई, खाद्य पदार्थों की कीमतों में इजाफा बना बड़ा कारण
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य पदार्थों में मार्च महीने में कीमतों में वृद्धि की दर बढ़कर 4.94 फीसद हो गई। इससे पहले के महीने में यह 3.87 फीसद रही थी। फ्यूल और लाइट कैटेगरी में महंगाई मार्च महीने में 4.50 फीसद पर रही।
नई दिल्ली, पीटीआइ। मार्च महीने में खुदरा महंगाई बढ़कर 5.52 फीसद दर्ज हुई। मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोत्तरी के चलते खुदरा महंगाई में तेजी आई है। सोमवार को सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा महंगाई फरवरी में 5.03 फीसद पर रही थी।
Month to month change (%) based on All India Consumer Price Index (CPI) and Consumer Food Price Index (CFPI) for the month of March 2021.#KnowYourStats#DataForDevelopment pic.twitter.com/4QZOkxn4sY
— Ministry of Statistics & Programme Implementation (@GoIStats) April 12, 2021
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों में मार्च महीने में कीमतों में वृद्धि की दर बढ़कर 4.94 फीसद हो गई। इससे पहले के महीने में यह 3.87 फीसद रही थी। फ्यूल और लाइट कैटेगरी में महंगाई मार्च महीने में 4.50 फीसद पर रही। यह फरवरी महीने में 3.53 फीसद पर रही थी।
Year on year rate of inflation (%) based on All India Consumer Price Index (CPI) and Consumer Food Price Index (CFPI) for March 2021#KnowYourStats#DataForDevelopment pic.twitter.com/7GpQ9QOkRK— Ministry of Statistics & Programme Implementation (@GoIStats) April 12, 2021
इस महीने की शुरुआत में भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्त वर्ष 2020-21 की जनवरी से मार्च तिमाही में खुदरा महंगाई का अनुमान 5 फीसद व्यक्त किया था। साथ ही बैंक ने चालू वित्त वर्ष की पहली दो तिमाहियों के लिए 5.2 फीसद का अनुमान व्यक्त किया था।
जून से नवंबर 2020 के बीच लगातार छह महीने 6 फीसद की ऊपरी सीमा को तोड़ने के बाद, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर दिसंबर, 2020 में गिरी और जनवरी, 2021 में सब्जियों की कीमतों में तेजी से गिरावट और अनाज की कीमतों में कमी के चलते घटकर 4.1 फीसद पर आ गई थी। हालांकि, यह फरवरी, 2021 में वापस बढ़कर 5 फीसद पर पहुंच गई।