जून में दो साल के उच्चतम स्तर पर रह सकती है खुदरा महंगाई: रॉयटर्स पोल
जून में उच्च महंगाई दर आरबीआई की ओर से अगस्त में नीतिगत ब्याज दरों में इजाफे की संभावना को जोर दे सकती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। जून महीने के दौरान खुदरा महंगाई दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकती है। रॉयटर्स का एक पोल बताता है कि अगर ऐसा हुआ तो यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को मौद्रिक नीति को और सख्त करने पर मजबूर कर सकता है।
4 से 9 जुलाई के दौरान करीब 37 अर्थशास्त्रियों के बीच हुए सर्वे के मुताबिक पिछले महीने खुदरा महंगाई दर 5.30 फीसद के स्तर पर पहुंच गई थी, जो कि जुलाई 2016 के बाद का उच्चतम स्तर है। मई महीने में खुदरा महंगाई 4.87 फीसद रही थी और यह भी आरबीआई के महंगाई लक्ष्य 4 फीसद के मुकाबले लगातार आठवें महीने ज्यादा रही है। उस डेटा के बारे में जिसे 12 जुलाई को शाम 5 बजकर 30 मिनट पर जारी किया जाना है के 4.60 से 6 फीसद के बीच रहने का अनुमान लगाया गया है।
जून में उच्च महंगाई दर आरबीआई की ओर से अगस्त में नीतिगत ब्याज दरों में इजाफे की संभावना को जोर दे सकती है। आरबीआई ने पिछली बैठक में नीतिगत ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया। कैपिटल इकोनॉमिक्स के सीनियर इंडिया इकोनॉमिस्ट शिलान शाह ने बताया, “साप्ताहिक डेटा बताता है कि फूड और फ्यूल इन्फ्लेशन दोनों में इजाफा हो सकता है। हम पिछले महीने खुदरा महंगाई में और इजाफे को देख रहे हैं।”
शाह ने आगे बताया कि उन्हें कोर मुद्रास्फीति को "ऊंचा बने रहने" की उम्मीद हैं। वैश्विक स्तर पर बढ़ती तेल की कीमतें जो कि इस साल 20 फीसद से ज्यादा बढ़ चुकी हैं, (जिसमें से अकेले 13 फीसद जून महीने में) बीते कुछ महीनों के दौरान महंगाई को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार रही है। क्योंकि इससे भारत का आयात महंगा हो जाता है।